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कन्नौज रत्न से नवाजी गईं इत्रनगरी की विभूतियां

मकर संक्रांति का मौका, गुनगुनी धूप और कन्नौज की विभूतियों का सम्मान। जरा सोचिए तीनों का संगम हो तो कैसा नजारा हो। रविवार को शहर के चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।...

कन्नौज रत्न से नवाजी गईं इत्रनगरी की विभूतियां
हिन्दुस्तान टीम,कन्नौजMon, 15 Jan 2018 12:59 PM
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मकर संक्रांति का मौका, गुनगुनी धूप और कन्नौज की विभूतियों का सम्मान। जरा सोचिए तीनों का संगम हो तो कैसा नजारा हो। रविवार को शहर के चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय में ऐसा ही नजारा देखने को मिला। कान्यकुब्ज शिक्षा एवं समाज सेवा समिति की ओर से हुए कार्यक्रम में जिले की प्रतिभाओं को कन्नौज रत्न सम्मान से नवाजा गया। शहर के सैकड़ों बाशिंदों ने शिरकत की और इस सम्मान समारोह के गवाह बने। सभी ने तालियां बजाकर सभी की हौसला आफजाई भी की। रविवार को मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर इत्रनगरी अपनी विभूतियों को सम्मानित कर धन्य हो गई। शहर के चौधरी चंदन सिंह महाविद्यालय में हुए सम्मान समारोह में अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का झंडा गाड़ने वाली नौ प्रतिभाओं को कन्नौज रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। अपनों के सामने, अपनों के हाथों अपनों को सम्मान से नवाजा जाना काफी भावुक कर गया। अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभाओं के बूते समाज में नई पहचान बनाने वाली विभूतियों को जब बारी-बारी से सम्मानित किया गया तो कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद कन्नौज के पूर्व जिला जज जयमंगल शर्मा ने कार्यक्रम की खुले मन से सराहना की। उन्होंने कहा कि कहने को कन्नौज छोटा जिला है, लेकिन इसकी पौराणिक और ऐतिहासिक गौरव इसे दूसरे जगहों से अलग पहचान दिलाती हैं। यह यहां की मिट्टी का ही कमाल है कि आज भी यहां की प्रतिभाएं देश-दुनिया में अपने जिले का नाम रौशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी में रत्न पैदा होते हैं, यह आज के कार्यक्रम से भी सिद्ध हो गया। उन्होंने कहा कि प्रतिभाओं को इस तरह सम्मानित करने से नई पीढ़ी को भी बेहतर करने का हौसला मिलता है। कहा कि जो आज कन्नौज रत्न बने हैं, वह आगे चलकर भारत रत्न बनें। विशिष्ट अतिथि एडीजे चन्द्रशेखर यादव नेकहा कि कन्नौज के लोगों में प्यार की भावना सर्वोपरि है। यहां की मिट्टी में आपसी भाईचारा की खुशबू है। कार्यक्रम आयोजक व समिति के अध्यक्ष नवाब सिंह यादव ने कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों का आभार जताया। इस दौरान उन्होंने युवाओं से अनुशासन और संघर्ष करते रहने की नसीहत भी दी। कहा कि अनुशासन ही इंसान को महान बनाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओमप्रकाश शर्मा ने की। उन्होंने इस आयोजन के लिए नवाब सिंह यादव की काफी प्रशंसा की। कार्यक्रम की शुरुआत में कॉलेज की छात्राओं जागृति यादव, किरण, कोमल, दिव्या, रेनू कटियार ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत पेश किया, जिसे सभी ने सराहा। डॉ. आरएन मिश्र ने समिति के काम पर रोशनी डाली, जिसे सभी लोगों ने सराहा। देवानंद शास्त्री ने अपने गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। समित के अनुराग मिश्रा, दिलीप गुप्ता, मिलन श्रीवास्तव, दिवारी लाल कुशवाहा, रमेश चन्द्र यादव, नीलू यादव, इन्द्रेश यादव ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। संचालन की जिम्मेदारी डॉ. अमरनाथ दुबे ने निभाई। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी मनु पाल, समाजसेवी एनसी टंडन, आरएस कठेरिया, सुलभ अग्निहोत्री, सपा के निर्वतमान जिलाध्यक्ष मजहरुल हक उर्फ मुन्ना दरोगा, भोले कुरैशी, मोहम्मद मोदस्सिर, दिगम्बर सिंह यादव, अंगूरी दाढ़िया, अन्नपूर्णा राजपूत आदि ने भी शिरकत की। इनसेट आल्हा ने भरा जोश, फड़की भुजाएं मौका तो प्रतिभाओं को सम्मान से नवाजने का था, लेकिन इस दौरान लोक कलाकार संग्राम सिंह एंड पार्टी ने जब मंच पर आल्हा पेश किया तो कार्यक्रम स्थल का माहौल ही बदल गया। आल्हा के गेटअप में मंच पर पहुंचे लोकगायक संग्राम सिंह ने आल्हा के माध्यम से कन्नौज के इतिहास पर रोशनी डाली तो कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गंूज उठा। मौजूद सभी लोगों ने उसे सराहा। इनसेट ...और जोश से भर उठे स्वतंत्रा सेनानी कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद स्वतंत्रा सेनानी गोवर्धन लाल कनौजिया सभी के आर्कषण का केन्द्र रहे। उन्हें भी कन्नौज रत्न से सम्मानित किया गया। इस दौरान अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने में बड़ी कुर्बानियां दीं। जेल की हवा खाई। देश आजाद हुआ तो खुशी हुई। लेकिन आज अफसोस होता है कि सामाजिक पतन हो रहा है। कहा कि सामाजिक मोर्चे पर देश अभी भी 50 साल पीछे है। उन्होंने नौजवानों से सामाजिक पतन को रोकने की अपील की। उनके जोशीले भाषण ने खूब तालियां बटोरीं। इनसेट तौकीर के दोहा से प्रभावित हुए पूर्व डीजे जिले में कम्प्यूटर श्क्षिा की क्रांति लाने वाले शिक्षाविद तौकीर जिया को भी कन्नौज रत्न से नवाजा गया। एएमयू से पढ़ाई करने वाले तौकीर जिया ने इस दौरान अपने सम्बोधन में सामाजिक सौहार्द के लिए दोहे कहे। बाद में मुख्य अतिथि पूर्व जिला जज जयमंगल शर्मा ने अपने सम्बोधन में कबीर से तुलना करते हुए कहा कि कन्नौज की यह भूमि भाग्यशाली है कि यहां नई पीढ़ी में भी इस तरह की भावना है। इनसेट इन्हें मिला कन्नौज रत्न सम्मान -स्वतंत्रा सेनानी, गोवर्धन लाल कनौजिया -समाज सेविका, अनिता सक्सेना -हाईस्कूल टॉपर, अंशिका राजपूत -इंटर टॉपर, प्रतिक्षा कुशवाहा -पत्रकार, अंशुमान तिवारी -शिक्षाविद, तौकीर जिया -समाजसेवी, कौतुक वर्मा -कवि, मुफीद कन्नौजी -कवि, विश्वनाथ द्विवेदी

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