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कन्नौज हादसा: तेज धमाके के साथ लिंटर गिरने से स्टेशन पर मची भगदड़, 500 मीटर तक सुनाई दी आवाज

  • पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के कन्नौज रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना से 13.50 करोड़ की लागत से निर्माण कराया जा रहा है। पिछले करीब छह माह से अधिक समय से निर्माण कार्य चल रहा है।

Dinesh Rathour हिन्दुस्तान, कन्नौजSat, 11 Jan 2025 09:51 PM
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पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के कन्नौज रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना से 13.50 करोड़ की लागत से निर्माण कराया जा रहा है। पिछले करीब छह माह से अधिक समय से निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार की दोपहर करीब ढाई बजे बनाए जा रहे हाल पर तीसरी मंजिल पर ढलाई के दौरान अचानक किसी कारण छत का ऊपरी हिस्सा भरभरारकर गिर गया। लेंटर भारी धमाके के साथ गिरा और इसकी आवाज करीब पांच सौ मीटर तक सुनी गई। अचानक लेंटर गिरने की आवाज से स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के बीच हाहाकार मच गया। घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। हर कोई दबे हुए लोगों को निकालने के लिए मदद की गुहार करने लगा। कुछ ही देर में आसपास के लोगों ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया।

स्टेशन पर मौजूद रेलवे सुरक्षा बल समेत, वेंडर की टीम मौके पर दौड़ी और राहत कार्य शुरू कराया। घटना करीब ढाई बजे के आसपास की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अमृतकाल योजना से प्लेटफार्म नंबर एक पर निर्माण कार्य बीते करीब छह माह से कराया जा रहा था। लोगों का कहना कि ढलाई का काम चल रहा था। करीब बीस से अधिक श्रमिक छत के ऊपर ढलाई के कार्य को अंजाम दे रहे थे। जबकि बीस श्रमिक छत के नीचे थे। अचानक किसी तरह छत का ऊपरी हिस्सा गिर गया और लोगों के बीच चीख-पुकार मचने लगी। प्रशासन के पहुंचने से पहले आसपास के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया।

स्टेशन के बगल के मोहल्ले के लोग सबसे पहले पहुंचे

निर्माणाधीन लेंटर गिरने की आवाज स्टेशन समेत आसपास के मोहल्लों तक सुनी गई। धमाके की तेज आवाज के साथ लोग स्टेशन की तरफ दौड़े और आसपास मोहल्ले से भारी संख्या में लोग पहुंच गए और बिना समय गंवाए लोगों ने किसी तरह राहत कार्य शुरू किया और मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकाला। लोगों ने एंबुलेंस या किसी सरकारी वाहन का इंतजार करने में समय नहीं गंवाया और मौके पर आटो या जो भी वाहन मिला उससे घायलों को अस्पताल पहुंचाने लगे। हालांकि बाद में मौके पर एंबुलेंस पहुंची और घायलाें को अस्पताल पहुंचाया ।

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सरिया के जाल की वजह से राहत कार्य में आई परेशानी

स्टेशन पर घटना के बाद प्रशासनिक अमला व रेलवे विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंच गए। कर्मचारियों के साथ मिलकर किसी तरह राहत कार्य शुरू कराया गया, लेकिन सरिया के जाल की वजह से राहत कार्य व लोगों को निकालने में भारी परेशानी हो रही थी। करीब आधा घंटे तक जेसीबी से मलबे को हटाया जाता रहा, लेकिन सफलता हासिल नहीं होने पर अधिकारियों ने हाइड्रा मशीन मंगाई और हाइड्र से सरियों के जाल को फांसकर हटाया गया, जिसके बाद राहत कार्य शुरू हो सका।

संस्था के एई ने 44 मजदूरों के लगे होने का किया दावा

रेलवे स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान हादसे के बाद हर कोई अलग-अलग दावे करने में जुटे थे, लेकिन इस बीच कार्यदाई संस्था के एई ने प्रशासन को बताया कि निर्माण कार्य में कुल 44 लोग कार्य कर रहे थे। एई आशुतोष मिश्रा ने कहा कि करीब 25 लोगों को निकाला गया है। शेष लोगों को तलाशने का कार्य जारी है।

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डीआरयूसीसी के सदस्य मौके पर पहुंचे

रेलवे की परामर्शदात्री समिति के डीआरयूसीसी सदस्य सतेंद्र सिंह बघेल, राज शर्मा, आशू मिश्रा ने घटनास्थल पर पहुंचकर जानकारी ली और रेलवे के अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। राहत कार्य में मदद की और लगातार मौके पर मौजूद रहे।

घटना की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन

अमृतकाल भारत योजना से प्लेटफार्म नंबर एक पर चलाए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान हुए हादसे को पूर्वोत्तर रेलवे ने गंभीरता के साथ लिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्सीय उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। जांच टीम में मुख्य इंजीनियर/प्लानिंग एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर एवं मुख्य सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल को शामिल किया गया।

गंभीर रूप से घायलों ढाई लाख रुपये मुआवजे का एलान

रेलवे स्टेशन पर हुर्ई घटना के बाद रेलवे विभाग ने मुआवजे की घोषणा की है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि घायल मजदूरों का समुचित इलाज की व्यवस्था की गई है। ताकि घायल जल्द स्वस्थ होकर घर पहुंच सके। घायलों को पचास हजार रुपये व गंभीर घायलों के लिए ढाई लाख रुपये की घोषणा की गई।

समाज कल्याण मंत्री, जिलाध्यक्ष के साथ मौके पर पहुंचे

घटना की जानकारी मिलते ही समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया के साथ मौके पर पहुंचे और अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। कुछ देर बाद अन्य भाजपा नेताओं का भी पहुंचना शुरू हो गया। तिर्वा से विधायक कैलाश राजपूत भी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान समाज कल्याण मंत्री, जिलाध्यक्ष ने मोर्चा संभाला और माइक को हाथ में लेकर लोगों से मौके से हट जाने की अपील की, ताकि राहत कार्य में दिक्कत न आए।

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