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सख्ती के आगे पस्त हुए प्रदर्शनकारियों के हौसले

बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर शुक्रवार एक दिनी चक्का जाम विफल रहा। सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए। सीओ सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। लिहाजा,...

बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर शुक्रवार एक दिनी चक्का जाम विफल रहा। सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए। सीओ सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। लिहाजा,...
1/ 2बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर शुक्रवार एक दिनी चक्का जाम विफल रहा। सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए। सीओ सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। लिहाजा,...
बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर शुक्रवार एक दिनी चक्का जाम विफल रहा। सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए। सीओ सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। लिहाजा,...
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हिन्दुस्तान टीम,झांसीFri, 18 May 2018 09:45 PM
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बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर शुक्रवार एक दिनी चक्का जाम विफल रहा। सख्ती के आगे प्रदर्शनकारियों के हौसले पस्त हो गए। सीओ सहित कई थानों की पुलिस मौजूद रही। लिहाजा, पदाधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर संतुष्ट होना पड़ा। उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में महोबा में प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष की हुई हत्या की निष्पक्ष जांच की मांग की।

बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के बैनर तले पिछले कुछ दिनों तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। पदाधिकारियों ने शुक्रवार को झांसी-खजुराहो राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम की रणनीति बनाई थी। दोपहर, यूनियन के राकेश साहू के नेतृत्व में भारी संख्या में लोग जुटे। वह नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचे। यहां से अम्बेडकर चौराहा को रवाना हुए। अम्बेडकर चौराहे पर लोगों ने जाम लगाने की कोशिश की।

यहां सीओ संग्राम सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक केके पाण्डे, टोडी थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार, रानीपुर चौकी प्रभारी निरीक्षक ओपी यादव, विजय शुक्ला भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। पुलिस को देख नारेबाजी कर रहे पदाधिकारी दस मिनट भी नहीं टिक सके। सौंपे ज्ञापन में राकेश साहू ने बताया कि 23 अप्रैल को महोबा जिले की महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष चंदकली राजपूत की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने आरोपितों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। कहा, पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए। परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। इस दौरान विनय तिवारी, घनश्याम दास, कालीचरण, पुष्पेन्द्र, घनश्याम पाल, लालाराम, रमेश आंसू, रामगोपाल, हरिदयाल सहित अन्य मौजूद रहे।

नहीं कर पाए चक्का जाम

महोबा में प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष की हुई हत्या के विरोध में शुक्रवार प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम की खूब कोशिश की। पुलिस के आगे किसी की नहीं चली। स्थिति यह रही कि एक तरफ सड़क किनारे प्रदर्शन चल रहा था तो दूसरी तरफ यातायात चालू रहा। प्रदर्शनकारियों से ज्यादा पुलिस बल नजर आया। मौसम ने भी खूब परेशान किया।

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