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ट्रेन की चपेट में आए रिटायर्ड कानूनगो के उड़े चीथड़े

चिरगांव थाना क्षेत्र के गांव पहाड़ी बुजुर्ग में झांसी-कानपुर रेलवेट ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आए रिटायर्ड कानूनगो के चीथड़े उड़ गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कम सुनाई देने से...

ट्रेन की चपेट में आए रिटायर्ड कानूनगो के उड़े चीथड़े
हिन्दुस्तान टीम,झांसीSun, 23 Feb 2020 09:19 PM
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चिरगांव थाना क्षेत्र के गांव पहाड़ी बुजुर्ग में झांसी-कानपुर रेलवेट ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आए रिटायर्ड कानूनगो के चीथड़े उड़ गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कम सुनाई देने से ट्रेन की आवाज न सुन पाने को घटना की वजह बताया जा रहा है।

पहाड़ी बुजुर्ग निवासी बाबूलाल अहिरवार (70) कानूनगो के पद से रिटायर्ड हैं। गांव में ही बाबूलाल का खेत है। रविवार को सुबह-सुबह बाबूलाल रोज की तरफ टहलने निकले थे। इसके बाद वह खेत को देखने चले गए। बाबूलाल के खेत के करीब से ही झांसी-कानपुर रेलवे लाइन निकली है। सुबह करीब साढ़े सात बजे बाबूलाल खेत के बगल से निकली रेलवे लाइन पर जा पहुंचे। इसी बीच अचानक झांसी तरफ से एक ट्रेन आ गई। कम सुनाई देने की वजह से बाबूलाल ट्रेन की आवाज नहीं सुन सके और उसकी चपेट में आ गए। इससे पहले कि आसपास के लोग बाबूलाल को आवाज देकर बचा पाते, तब तक बाबूलाल के ट्रेन की चपेट में आने से चीथड़े उड़ गए। घटना के बाद आसपास हड़कंप मच गया। आनन-फानन में काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए। वहीं खबर पाकर परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची थाना चिरगांव पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

झांसी-कानपुर रेलवे ट्रैक पर टे्रन की चपेट में आने से रिटायर्ड कानूनगो की मौत हो गई। मृतक बाबूलाल के दामाद सोमनाथ सिंह ने बताया कि रविवार सुबह बाबूलाल टहलने के बाद खेत पर चले गए। बोले, उन्हें कम सुनाई देता था। इसी बीच वह रेलवे लाइन पर जा पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि आसपास से लोगों ने बाबूलाल को आवाजें भी लगाई। लेकिन, कम सुनाई की वजह से वह ट्रेन की आवाज भी नहीं सके और बाबूलाल का सिर सीधा टे्रन से टकराया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

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