ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश झांसी‘शोध भारतीयता को ध्यान में रखकर होना चाहिए

‘शोध भारतीयता को ध्यान में रखकर होना चाहिए

बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी विभाग के बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग में सोमवार को टेकिप-111 प्रोजेक्ट द्वारा पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। प्रोजेक्ट प्रोफेसर शिव...

‘शोध भारतीयता को ध्यान में रखकर होना चाहिए
हिन्दुस्तान टीम,झांसीMon, 19 Aug 2019 08:45 PM
ऐप पर पढ़ें

बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी विभाग के बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग में सोमवार को टेकिप-111 प्रोजेक्ट द्वारा पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। प्रोजेक्ट प्रोफेसर शिव कुमार कटियार रहे। उन्होंने कहा, ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से होगा।

बोले, फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम रिसर्च मेथोडोलॉजी विषय पर है। जिसमे शिक्षक जान पाएंगे की शोध कैसे की जाए और शोध में उपयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के टूल्स का इस्तेमाल कैसे किया जाए। उन्होंने कहा, ऐसे कार्यक्रमों से शिक्षकों को नई शोध की जानकारी मिलती है। बतौर मुख्य अतिथि भारतीय प्रौद्योगिकी संसथान कानपुर के प्रोफेसर देबि प्रसाद मिश्रा ने कहा, हमारी शोध भारत और भारतीयता को ध्यान में रखते हुए होनी चाहिए।

शोध ऐसी होनी चाहिए जो भारत के विकास में अपना योगदान दे। उन्होंने प्राचीन भारत को शोध का बड़ा केंद्र बताया। बोले, उन्होंने कहा की शोधार्थी को शोध के होने वाले नए तरीके पता होना चाहिए। डॉ. रंजीत सिंह ने कहा की सतत् सत्य की खोज ही विज्ञान है। इंजी ब्रजेन्द्र शुक्ल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस दौरान डॉ. अवधेश गौर, डॉ. आनंद पांडेय, दिनेश द्विवेदी, गौरव श्रीवास्तव. डॉ. सादिक खान सहित अन्य मौजूद रहे। संचालन अनुपम व्यास ने किया। अंत में गौरव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें