पराली की जो भी सूचना मिले उस पर दर्ज कराएं एफआईआर: डीएम
जनपद में पराली जलाने की जो भी घटनाएं है उन पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। यह बात जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने चेम्बर में पराली जलाने की घटनाओं पर समीक्षा करते हुए...
जनपद में पराली जलाने की जो भी घटनाएं है उन पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। यह बात जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने चेम्बर में पराली जलाने की घटनाओं पर समीक्षा करते हुए कही।
जिलाधिकारी ने कहा कि सेटेलाइट द्वारा जनपद में पराली जलाए जाने की घटना की जो भी जानकारी दी है, यदि सूचना सही है तो शत-प्रतिशत एफ आई आर दर्ज कराई जाए। उन्होंने समीक्षा करते हुए अवशेष वसूली को भी तेजी से वसूलने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बैठक में पराली जलाए जाने की घटनाओं के सापेक्ष कम एफआईआर दर्ज होने पर असंतोष व्यक्त किया।
समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी पराली जलाए जाने की घटना घटित हो, उस पर तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए। उन्होंने तहसील मोंठ में 33 घटनाओं के सापेक्ष मात्र 10 एफआईआर दर्ज कराने पर नाराजगी जाहिर की। तत्काल सभी प्रकरणों पर एफआईआर दर्ज कराए जाने के निर्देश दिए। तहसील सदर में भी 18 घटनाओं के सापेक्ष मात्र 3 एफआईआर दर्ज पर भी डीएम ने एसडीएम सदर को फटकारा।
उन्होंने मौजूद अधिकारियों को बताया कि जनपद को 30 फार्म मशीनरी बैंक प्राप्त हुए हैं। जिन्हें अत्याधिक प्रभावित ग्राम पंचायतों व सहकारी समितियों को दिये। इसका क्षेत्र में व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। किसानों को सलाह दें कि यदि जुर्माना/ एफआईआर से बचना है तो फार्म मशीनरी बैंक का सदुपयोग करें। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को जागरूक करें ताकि वह खेत में आग ना लगाएं और फसल अवशेष को गो आश्रय के लिए दें। ताकि गोवंश के लिए भूसा की व्यवस्था हो सके।
समीक्षा में सामने आया कि जनपद में अब तक 60 घटनाएं दर्ज की गई, जिसके सापेक्ष 37 एफआईआर दर्ज कराई गई। अब तक 01 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया और शेष वसूलने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीडीओ शैलेष कुमार, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, बी प्रसाद, एसपीआरए राहुल मिठास, प्रभारी डीडी कृषि के के सिंह सहित सभी एसडीएम मौजूद रहे।