झांसी में बेकाबू स्कूली बच्चों से भरी बस पलटी, 15 छात्र-छात्राएं घायल
Jhansi News - झांसी में सोमवार सुबह एक स्कूल बस पलटने से 15 छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा कुइया और बरोदा के बीच हुआ। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां 5 की हालत नाजुक बताई गई है। घटना...

झांसी (मोंठ), संवाददाता पूंछ थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह गांव कुइया, बरोदा से बच्चों को लेकर स्कूल जा रही बस बाबई के आगे बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में 15 छात्र-छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां 5 की हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं एसडीएम मोंठ ने जांच के निर्देश दिए हैं।
सोमवार सुबह-सुबह गांव कुइया और बरौदा से छात्र-छात्राओं को लेकर निजी गुरुकुल आश्रम की बस स्कूल जा रही थी। उसमें करीब 30 छात्र-छात्राएं सवार थे। जैसे ही चालक बाबई-बरोदा सड़क पर पहुंचा, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, बस बेकाबू होकर पलट गई। हादसे के बाद वहां चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर आनन-फानन में राहगीर मदद को दौड़े। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी पूंछ जेपी पाल ने मौका-मुआयना किया। तुरंत रेस्क्यू कर घायल छात्र-छात्राएं विवेक बेटा अरविंद, अक्षय कुशवाहा बेटा हरिनारायण, अनन्या बेटी रविकांत, पूनम बेटी हरीश, शिवानी बेटी लोक सिंह, मोना बेटी हरि शरण, इशांत बेटा दिनेश वंशकार, राजवीर बेटा संतोष बरार निवासी गांव कुइया, अंकित बेटी चतुर्भुज, नीलम गोस्वामी बेटी गणेश, आभा वर्मा बेटी राजेंद्र प्रसाद, शिखा बेटी देवेश कुमार, शिवानी बेटी देवेश कुमार, वर्षा बेटी रमाकांत गोस्वामी, विशाल गोस्वामी बेटा रमाकांत निवासी गांव बरोदा सहित अन्य को बाहर निकाला। उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोंठ में भर्ती कराया गया है। जहां पांच की हालत नाजुक होने पर उन्हें मेडिकल कॉलेज झांसी भेज दिया है। उपजिलाधिकारी मोंठ प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। पुलिस क्षेत्राधिकारी मोंठ देवेंद्र नाथ मिश्रा ने बताया कि चालक व मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वाहन को जब्त में लिया गया है। तहरीर मिलने पर मामले की वैधानिक जांच बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
छात्र-छात्राओं की चीखें से दहला इलाका
सोमवार सुबह 7.30 बजे बाबई-बरोदा सड़क पर बस पलटते ही छात्र-छात्राओं की चीखों से आसपास का इलाका दहल उठा। एक-दूसरे के ऊपर गिरने और बस के झटके से पलटने से बच्चों को गंभीर चोटें आई थी। बस पलटते ही एक तरफ सीट पर सवार छात्र-छात्राओं को सिर, आंख, पैर, हाथ दब गए थे। जिससे वह बुरी तरह मदद के लिए चीख रहे थे। आनन-फानन में राहगीर मदद को दौड़े। करीब आकर देखा तो दर्दनाक मंजर था।
दहशत में आए अभिभावक
सोमवार सुबह-सुबह छात्र-छात्राएं राजी-खुशी से घर से निकले थे। अभिभावकों यह गुमान तक नहीं था कि आगे बड़ा हादसा होने वाला है। जैसे ही खबरें गांव बरोदा और कुइया में घायल छात्र-छात्राओं घरों में पहुंची तो माता-पिता सहित अन्य परिजन बिलख पड़े। वह दहशत में आ गए और घटना स्थल की तरफ दौड़े। इसके बाद अस्पताल। वह अपने बच्चों की कुशलक्षेम् की कामना करते दिखे।
मदद को आगे आए हाथ
सोमवार को हुए हादसे के बाद हर हाथ मदद को आगे आया। राहगीर अपना काम-धाम भूल गए। वह वह पूंछ थाना प्रभारी जेपी पाल के साथ बच्चों को बाहर निकालने में जुट गए। कुछ बच्चे एक-दूसरे के ऊपर गिर गए थे। तो किसी बच्चों के पलटने के बाद बस के निकले लोहे के एंगिल से गंभीर चोट आई थी।
आक्रोशित अभिभावकों उठाई जांच की मांग
हादसे के बाद अभिभावक भी काफी आक्रोशित नजर आए। उन्होंने स्टॉफ पर कुछ आरोप लगाए हैं। वहीं हादसे में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही भी देखने को मिली है। सूत्रों की मानें तो बस की हालत ठीक नहीं थी और उसमें सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। चश्मदीदों ने बताया कि चालक बस को तेज गति से चला रहा था, जिससे संतुलन बिगड़ा और बस पलट गई। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूली वाहनों की नियमित जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कही है।
गोद में उठाकर बच्चों को पहुंचाया अस्पताल
सोमवार सुबह-सुबह हुए हादसे के बाद मची चीख-पुकार से लोगों का कलेजा भी कांप उठा। हर कोई मदद को दौड़े। चश्मदीदों की मानें तो बच्चों पूरी तरह कच्ची सड़क पलटी पड़ी थी। छात्र-छात्राओं को भी गंभीर चोटें आई थी। लोगों ने घायलों को गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया।
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