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पालिका के कूड़ा लदे ट्रैक्टर को आरपीएफ ने पकड़ा

नगर के रेलवे ब्रिज के पास रविवार को नगर पालिका द्वारा कूड़े उतारने गए ट्रैक्टर को आरपीएफ ने ट्रैक्टर चालक समेत पकड़ लिया। इसके बाद कस्बे के प्रबुद्ध नागरिकों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। लोगों ने...

पालिका के कूड़ा लदे ट्रैक्टर को आरपीएफ ने पकड़ा
हिन्दुस्तान टीम,जौनपुरSun, 19 May 2019 11:07 PM
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नगर के रेलवे ब्रिज के पास रविवार को नगर पालिका द्वारा कूड़े उतारने गए ट्रैक्टर को आरपीएफ ने ट्रैक्टर चालक समेत पकड़ लिया। इसके बाद कस्बे के प्रबुद्ध नागरिकों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। लोगों ने ट्रैक्टर चालक को कड़ी फटकार लगाई तो उसने कहा कि पालिका के अधिकारी खुद यहां कूड़ा गिराने के लिए भेजते हैं। इससे खासा हंगामा खड़ा हो गया। बाद में ट्रैक्टर चालक ने मामले की जानकारी ईओ लालचन्द भारती समेत पालिका के अन्य अधिकारियों को फोन से दी। जिसके बाद पालिका के ईओ समेत अन्य लोगों ने लिखित भरोसा दिया कि भविष्य में उक्त स्थान पर कूड़ा नहीं गिराएंगे, इसके बाद कूड़ा लदे ट्रैक्टर को छोड़ा गया। मालूम हो कि आजमगढ़-सुल्तानपुर बाईपास पर बने दादर ब्रिज पर नगरपालिका द्वारा कूड़ा फेके जाने से वहां भीषण आग लग जाती है। जिससे उधर से गुजरने वाली ट्रेनों के लिए खतरा पैदा हो गया है। इससे नाराज आरपीएफ शाहगंज ने मण्डल रेल प्रबंधक लखनऊ, वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त, उपजिलाधिकारी, नगरपालिका अध्यक्ष को पत्र भेजा था। इसी खबर को हिन्दुस्तान अखबार ने 18 मई को पेज संख्या दो पर आरपीएफ ने पालिका का भेजा पत्र शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। बावजूद इसके रविवार को पालिका कर्मियों की टीम उक्त स्थान पर कूड़ा गिराने के लिए ट्रैक्टर गाड़ी लेकर पहुंच गई। जिसके बाद वहां खासा हंगामा खड़ा हो गया। नागरिकों के विरोध और हो हल्ला को देखते हुए पालिका कर्मी चुप्पी साध लिए। बाद में पालिका परिषद की चेयरमैन गीता जायसवाल, ईओ लालचन्द्र भारती ने लिखित भरोसा दिया कि उक्त स्थान पर अब कूड़ा नहीं गिराया जायेगा। इसके बाद विवाद शान्त हुआ। बाक्सकूडे के डम्प होने से क्या है परेशानी शाहगंज। पूर्वोत्तर-उत्तर रेलवे के प्रमुख जक्शन स्टेशन शाहगंज के एकदम निकट में उक्त ओवरब्रिज के पास कूड़ा गिराने के बाद पालिका कर्मी खुद उसमें आग लगा देते हैं। जो उड़ते हुए प्लेट फार्मों व रेलवे यार्ड तक पहुंच कर गंदगी में बदल जाता है। इसका असर रेलवे ट्रैक पर इंजन में डीजल टैंक के साथ एसी कोच व अन्य कोच समेत कोयला व अन्य अति ज्वलनशील पदार्थों के लिए खतरा पैदा हो गया है। जो इस रेल मार्ग से गुजरते हैं। इसके चलके कई बार भीषण दुर्घटना होते-होते बची है।

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