जौनपुर: मन सुख व दुख के बंधन से मुक्त है- साध्वी सुषमा
रामनगर पड़ाव पर आयोजित पांच दिवसीय श्रीराम कथा का समापन बुधवार को हवन व भंडारा के साथ हुआ। अंतिम दिन कथा वाचक साध्वी सुषमा ने राज तिलक की कथा...
हिन्दुस्तान टीम,जौनपुरWed, 09 Oct 2019 11:29 PM
ऐप पर पढ़ें
रामनगर पड़ाव पर आयोजित पांच दिवसीय श्रीराम कथा का समापन बुधवार को हवन व भंडारा के साथ हुआ। अंतिम दिन कथा वाचक साध्वी सुषमा ने राज तिलक की कथा सुनाई। मानस कोकिला साध्वी सुषमा ने कहा कि मन सुख और दुख के बंधन से मुक्त है। मन को बस में करने वाला व्यक्ति महामानव कहा जाता है। मनुष्य के अंदर आत्मा की ऊर्जा सभी को श्रद्धावान बना देती है। शरीर वृद्ध होता है लेकिन मन कभी बूढ़ा नहीं होता। इस मौके पर व्यवस्थापक रामगोपाल यादव, आयोजक महावीर, पूर्व प्रधान भोला यादव, दीनानाथ सिंह, अखिलेश सिंह, लालजी, राजाराम सेठ, झब्बर, जनार्दन अन्य रहे।