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डीएम ने दो शिक्षको का रोका वेतन

जिलाधिकारी दिनेश सिंह ने शुक्रवार को सौरइयां गांव और ब्लाक मुख्यालय का औचक निरीक्षण किया। गांव के प्राथमिक विद्यालय पर तैनात दो शिक्षकों को बगैर सूचना के गायब रहने पर अग्रिम आदेश तक के लिए वेतन रोकने...

डीएम ने दो शिक्षको का रोका वेतन
हिन्दुस्तान टीम,जौनपुरSat, 16 Nov 2019 12:11 AM
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जिलाधिकारी दिनेश सिंह ने शुक्रवार को सौरइयां गांव और ब्लाक मुख्यालय का औचक निरीक्षण किया। गांव के प्राथमिक विद्यालय पर तैनात दो शिक्षकों को बगैर सूचना के गायब रहने पर अग्रिम आदेश तक के लिए वेतन रोकने का निर्देश दिया। वहीं छात्र नामांकन से बहुत कम उपस्थिति देख उन्होंने फटकार लगाई। गांव में तैनात सफाई कर्मी को तत्काल प्रभाव निलम्बित कर दिया। ग्रामीणो की शिकायत पर कोटे की दुकान भी सस्पेंड कर दिया। उसके बाद ब्लाक मुख्यालय पहुंचे डीएम ने वर्ष 2017 से आज तक का बित्तीय हिसाब सही न दे पाने पर बीडीओ और कर्मचारियों को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया। आधे घंटे तक ब्लाक पर मौजूद डीएम ने विभिन्न अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण किया।

दोपहर मे अचानक सौरइयां प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचें डीएम ने वहां एक मात्र महिला शिक्षा मित्र को उपस्थित देख उनका पारा चढ़ गया। नामांकन रजिस्टर मे 93 छात्र दर्ज थे। जबकि मौके पर मात्र 13 छात्र उपस्थित मिले। उसमे भी पांच छात्र बगैर ड्रेस के पाये जाने से नाराज डीएम ने बगैर सूचना के गायब रहने वाले दो शिक्षको दिनेश यादव और प्रशांत कुमार का तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने का आदेश दिया। वहीं प्रधानाध्यापक खेल प्रतियोगिता में चले जाने से कार्यवाही से बच गए। इसके बाद उनका काफिला दलित बस्ती में पहुंचा। जहां शौचालय, आवास, खड़ंजा आदि भौतिक सत्यापन मे संतोषजनक पाया गया।

ग्रामीणो ने शिकायत किया कि कोटेदार द्वारा खाद्यान्न वितरण में उनसे सरकारी दर से अधिक पैसे लिया जाता है। जिसकी कई लोगों से पुष्टि के बाद डीएम ने दुकान सस्पेंड कर दिया। गांव में तैनात सफाई कर्मी राम लवट यादव को काम में लापरवाही पाये जाने पर सस्पेंड कर दिया।

तीसरे पहर लगभग तीन बजे ब्लाक मुख्यालय पहुंचें डीएम ने सबसे पहले बड़ेबाबू चंद्रदेव मिश्र से कर्मचारियों के नियमित वेतन और एरियल के बिषय में जानकारी ली। वेतन समय से मिलने की बात उन्होंने कर्मचारियों से भी पूछा। उसके बाद उन्होने लिपिक मनोज कुमार से वर्ष 2017 से अब तक कितना धन आया और कितना ब्यय हुआ इसका लेखा जोखा मांगा। जो स्पष्ट नहीं हो पाने पर उन्होंने तीन दिन का अल्टीमेटम बीडीओ को दिया। इस दौरान डिप्टी कलेक्टर मंगलेश दूबे आकर गांवों मे जाकर कराये गये काम का भौतिक सत्यापन भी करेंगे। जाते जाते डीएम ने ब्लाक प्रांगण मे फैली गंदगी को लेकर नाराजगी जताते हुए तत्काल सफाई कराने का बीडीओ को निर्देश दिया। उनके जाने के बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस लिया।

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