चन्दवक पुल पर लगा बैरियर, बड़ी गाड़ियों का आवागमन रुका
22 साल पूर्व निर्मित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेतु तकनीकी जांच में क्षतिग्रस्त मिला22 साल पूर्व निर्मित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेतु तकनीकी जांच...

जौनपुर वरिष्ठ संवाददाता
राष्ट्रीय राजमार्ग 233 आजमगढ़-वाराणसी के बीच चंदवक में गोमती नदी पर 22 साल पूर्व बना डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेतु पर बुधवार की शाम बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाते हुए चंदवक व मोढ़ेला बाजार में दस फिट ऊंचा वैरियर लगा दिया गया। अब बीस टन से नीचे भार के वाहन ही आ जा सकेंगे। पुल पर प्रतिबंध के चलते बड़े वाहनों का रूट निर्धारित किया गया है।
आज़मगढ़ वाराणसी इंडो नेपाल मार्ग पर गोमती पुल का लोकार्पण सन् 9 अप्रैल 2000 में तत्कालीन संसाधन विकास मंत्री कलराज मिश्रा ने किया था। प्रतिदिन लगभग 12 से 14 हज़ार गाड़ियों का आवागमन हो रहा था। इसमें साढ़े तीन हजार ओवर लोड गाड़ियां थी।
पिछले दिनों गुजरात के मोरबी की घटना के बाद प्रदेश सरकार ने सभी पुलों की तकनीकी जांच का आदेश दिया था। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने तकनीकी विशेषज्ञों से जांच करायीं तो अत्यधिक भारी वाहनों के आवागमन के कारण पुल की वियरिंग पैड फटी हुई पाई गई। एक्सपेंशन प्वाइंट में गैप मिला। इसके अलावा वियरिंग कोट उखड़ गई है जिसके कारण इस्तेमाल की गई छड़े बाहर दिखाई दे रही हैं।
तकनीकी विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट में बीस टन से अधिक भार के वाहन का आवागमन प्रतिबंधित करने की सिफारिश की थीं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से भारी वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित करने का अनुरोध किया था।
इस संबंध में थानाध्यक्ष विजय शंकर सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश का अनुपालन किया जा रहा है। बीस टन से अधिक भार के वाहन का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा।
चन्दवक। नयी व्यवस्था के तहत वाराणसी से आजमगढ़ जाने वाले भारी वाहनों को मोड़ैला से थानागद्दी-केराकत-खुज्जी होकर देवगांव होते हुए जा सकेंगे। कुछ वाहन केराकत-सरकी होते हुए देवगांव निकल जायेंगे।
आजमगढ़ से आने वाले भारी वाहन देवगांव या खुज्जी मोड़ से मुड़कर केराकत-थानागद्दी होते हुए मोड़ैला से वाराणसी जा सकेंगे।
प्राइवेट सवारी बस ने तोड़ा बैरियर
चंदवक। गोमती नदी पर बने पुल से बड़ी गाड़ियों के आवागमन के रोकथाम के लिए चन्दवक में बुधवार को लगाये गये बैरियर को देरशाम प्राइवेट सवारी बस ने तोड़ दिया। तेज आवाज सुनकर चौराहे पर लोगों की भीड़ जुट गयी। मौके पर पिकेट आ गई।