
कर्ज देना इनकी गलती नहीं, पति के सुसाइड के बाद पकड़े गए लोगों के बारे में बोली पत्नी; पुलिस ने छोड़ा
संक्षेप: सागर श्रीवास्तव एक सोनार के दुकान पर काम करता था। इसी दौरान एक युवती से प्रेम विवाह कर लिया था। वह छह और तीन वर्ष के दो बच्चों का पिता था। वह ससुराल में ही रहता था। पिछले छह महीने से वह काम छोड़ दिया था। रुपये की कमी होने की वजह से कई लोगों से कर्ज ले लिया था।
यूपी के गोरखपुर में फंदे से लटककर युवक की खुदकुशी के मामले में पत्नी ने कार्रवाई से इनकार कर दिया। पत्नी ने अवसाद में आकर पति के खुदकुशी की बात कहते हुए कर्ज देने वालों की गलती से इनकार करते हुए तहरीर देने से मना कर दिया। इसके चलते पुलिस ने सर्राफा-पार्षद के भाई को पूछताछ के बाद छोड़ दिया। वहीं, पोस्टमार्टम से शव आने के बाद परिजनों ने दाह संस्कार कर दिया।

मामला, गोरखपुर के खजनी थाना क्षेत्र के रामपुर मलौली गांव का है। रामपुर मलौनी गांव का रहने वाला सागर श्रीवास्तव (उम्र 32 वर्ष) राजघाट के बसंतपुर में एक सोनार के दुकान पर काम करता था। इसी दौरान एक युवती से प्रेम विवाह कर लिया था। वह छह और तीन वर्ष के दो बच्चों का पिता था। वह ससुराल में ही रहता था। पिछले छह महीने से वह काम छोड़ दिया था। रुपये की कमी होने की वजह से कई लोगों से कर्ज ले लिया था। एक सर्राफ के भाई से एक लाख रुपये और पार्षद के भाई से भी इतने ही रुपये लिए थे।
युवक के सुसाइड करने के बाद कहा जा रहा था कि शनिवार की रात उसे धमकी दी गई थी। कई और कर्ज देने वाले भी सागर से रुपये वापस मांग रहे थे। रो-रोज के तकादे से वह बेहद परेशान रहता था। उसके माता-पिता की मौत हो चुकी है और गांव में दो भाई रहते हैं। शनिवार को देर शाम वह अपने गांव रामपुर मलौनी आया और अपने कमरे में सोने चला गया था।
सुबह देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला। परिवार के लोगों ने खिड़की से अंदर देखा तो उसने होश उड़ गए। कमरे में सागर का शव लटक रहा था। परिजनों का शोर सुनकर आसपास के लोग भी आ गए और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इस मामले में एक सर्राफ और पार्षद के भाइयों से पूछताछ शुरू की थी।





