ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है तो पांच बार हंसिए और इतनी ही बार झपकाइए पलकें, फिर होगा टेस्ट
- यूपी में अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन घर बैठे, कैफे या जनसुविधा केंद्र से बनवाने की छूट दी गई है। इसके लिए आवेदक को आधार कार्ड पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आने वाले OTP की मदद से ऑनलाइन टेस्ट देना होता है। ऑनलाइन टेस्ट में दूसरों के द्वारा परीक्षा देने की शिकायतें मिल रही थी।
Driving License: ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना है तो अब सारथी पोर्टल पर ऑनलाइन टेस्ट से पहले आवेदक को पांच बार हंसना और इतनी ही बार पलकें झपकानी होंगी। इसके बाद ही टेस्ट शुरू हो सकेगा। इसकी मॉनीटरिंग एआई के जरिए होगी। परिवहन विभाग ने यह पहल दलालों की सेंधमारी रोकने के लिए की है।
पूरे प्रदेश में अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस ऑनलाइन घर बैठे, कैफे या जनसुविधा केंद्र से बनवाने की छूट दी गई है। इसके लिए आवेदक को आधार कार्ड पर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर आने वाले ओटीपी की मदद से ऑनलाइन टेस्ट देना होता है। ऑनलाइन टेस्ट में दूसरों के द्वारा परीक्षा देने की शिकायतें विभागीय अधिकारियों को मिल रही थी। ऐसे में अब आवेदक ही टेस्ट में बैठे इसके लिए एआई तकनीक का सहारा लिया गया है। आरटीओ प्रशासन कमल गुप्ता ने बताया कि बरेली मंडल में नई व्यवस्था के बाद पलक न झपकने, न हंसने पर एक हजार आवेदकों को सॉफ्टेवयर ने रिजेक्ट कर दिया।
ऐसे काम करेगा एआई
हंसने पलकें झपकाने से चेहरे की भावभंगिमा बदलती है। पांच बार हंसने और पलकें झपकाने से आए एक्सप्रेशन सारथी पोर्टल पर वीडियो में कैद हो जाते हैं, जिसे एआई डेटाबेस में सुरक्षित कर लेता है। टेस्ट शुरू होने के बाद एआई आवेदक के चेहरे के एक्सप्रेशन को डेटाबेस से मैच करता रहता है। यदि टेस्ट से पहले हंसने वाले एक्सप्रेशन बाद की भावभंगिमा से मैच नहीं करेंगे तो आवेदन रद्द हो जाएगा।
फर्जीवाड़े पर काफी हद तक लगेगा अंकुश
एआरटीओ प्रशासन मनोज सिंह ने बताया कि लर्निंग लाइसेंस बनवाने में होने वाली सेंधमारी को रोकने के लिए सारथी पोर्टल पर कुछ विकल्पों को जोड़ा गया है, ताकि सेंधमारी न हो सके। पूरी उम्मीद है कि नई व्यवस्था से फर्जीवाड़े पर काफी हद तक अंकुश लगेगा।