
वो ताजमहल देखने आया इधर STF ने कर दी घेराबंदी, हरियाणा का साइबर ठग गिरफ्तार; चीन से जुड़े हैं तार
संक्षेप: एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया वायु विहार रोड से हरियाणा निवासी अमित कुमार ढांडा को पकड़ा गया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह कोलकाता निवासी इरफान के लिए काम करता है। इरफान कॉल सेंटर चलाता है। यूएस के अलावा कई देशों के विदेशी नागरिकों को ई-मेल भेजकर जाल में फंसाया जाता है।
कोलकाता में विदेशियों को ठगने के लिए कॉल सेंटर चलता है। उससे जुड़े एक साइबर अपराधी को एसटीएफ आगरा यूनिट ने जगदीशपुरा क्षेत्र से पकड़ा। वह इनोवा गाड़ी से ताजमहल देखने आगरा आया था। एसटीएफ को इसकी जानकारी मिली थी। इस इंटरनेशनल साइबर ठगी के आरोपित के तार चीन के साइबर ठगों से भी जुड़े हुए हैं। विदेशों से ठगी गई रकम पहले चाइना के खातों में ट्रांसफर की जाती थी। वहां से हवाला के जरिए 65 प्रतिशत रकम वापस आया करती थी।
एसटीएफ आगरा यूनिट के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया वायु विहार रोड से सेक्टर 82 गुरुग्राम (हरियाणा) निवासी अमित कुमार ढांडा को पकड़ा गया। उसने पूछताछ में बताया कि वह कोलकाता निवासी इरफान के लिए काम करता है। इरफान कॉल सेंटर चलाता है। यूएस के अलावा कई देशों के विदेशी नागरिकों को ई-मेल भेजकर जाल में फंसाया जाता है। उनका मोबाइल और लैपटॉप हैक कर लिया जाता है। उनके खातों से रकम निकाली जाती है। उसका काम इरफान को विदेशी बैंक खाते मुहैया कराना था। इसके लिए वह चाइना के एक व्यक्ति के संपर्क में रहता था।
उसका काम सिर्फ चाइना वाले को व्हाट्सऐप मैसेज करना होता था। वह उसे बैंक खातों की डिटेल भेजा करता था। ठगी की रकम विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी। यह रकम हांगकांग, वियतनाम, सिंगापुर और दुबई के बैंक खातों में ट्रांसफर होती थी। चाइना वाला रकम मिलने के बाद 35 प्रतिशत अपना कमीशन काट लिया करता था। 65 प्रतिशत रकम हवाला के जरिए भारत भेजा करता था। उसे इसमें से पांच प्रतिशत मिला करता था।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसके खिलाफ पूर्व में गुरुग्राम में साइबर क्राइम का मुकदमा दर्ज हुआ था। एसटीएफ ने आरोपित का मोबाइल और लैपटॉप जब्त किया है। लैपटॉप में कई विदेशी खातों की जानकारी मिली है। एसटीएफ का दावा है कि कोलकाता का इरफान अभी तक करोड़ों की ठगी कर चुका है। बड़ी संख्या में विदेशियों को ठग चुका है।
ठगी की रकम से खरीदी इनोवा
एसटीएफ ने बताया कि आरोपित ने इनोवा गाड़ी भी ठगी की रकम से खरीदी थी। उसने बताया कि जरूरी नहीं है कि उसे कैश में रकम मिले। कभी-कभी गिफ्ट बाउचर भी मिला करते थे। उसका काम तो सिर्फ खातों की डिटेल कोलकाता वाले इरफान से शेयर करने तक सीमित था। वह किसी को कॉल करके जाल में नहीं फंसाया करता था।





