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140 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य शुरू होने का हो रहा इंतजार

तमाम कोशिशों के बावजूद जिले में अभी भी 140 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां पर मनरेगा से अभी तक कोई काम शुरू नहीं हो सका है। इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों व सचिवों की लापरवाही का खामियाजा मजदूरों को...

140 ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य शुरू होने का हो रहा इंतजार
हिन्दुस्तान टीम,हरदोईSat, 09 May 2020 11:19 PM
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तमाम कोशिशों के बावजूद जिले में अभी भी 140 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां पर मनरेगा से अभी तक कोई काम शुरू नहीं हो सका है। इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों व सचिवों की लापरवाही का खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। अब जिला प्रशासन इन ग्राम पंचायतों में काम न होने के लिए जिम्मेदार स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है। 19 में से एकमात्र ब्लाक साण्डी ऐसा है जहां समस्त ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्य चल रहा है।

जिला प्रशासन के अधिकारी महामारी से बचाव के लिए निरंतर सक्रिय हैं। मीटिंग लेने से लेकर दौड़भाग भी की जा रही है। कभी गांधीगीरी करते हुए अपने नैतिक दायित्वों का पालन करते हुए मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने की अपील की जा रही हैं। तो कभी तीखे तेवर अपनाते हुए कार्रवाई की चाबुक चलाया जा रहा है। इसका असर भी हुआ है, लेकिन अभी भी हजारों कामगर रोजगार के लिए अफसरों की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं।

विकास विभाग के आकड़ों के अनुसार जिले भर में कुल 1308 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 1168 में काम चल रहा है। 59766 मजदूों को काम मिल रहा है। 2680 कार्यों पर काम चल रहा है। 140 ग्राम पंचायतों में फिलहाल मनरेगा बेमतलब साबित हो रही है। जबकि मौजूदा समय में यह जिले में रोजगार देने वाली सबसे प्रमुख योजना बनकर सामने आई है। फैक्ट्रियों से भी ज्यादा रोजगार मनरेगा में सृजित हो रहा है।

अहिरोरी में 78 में से 11, बावन में 74 में से 21, बेहन्दर में 68 में से 2, भरावन में 64 में से 1, भरखनी में 90 में से 9, बिलग्राम में 79 में से 3, हरियांवा में 58 में से 11, हरपालपुर में 63 में से 19, कछौना में 41 में से 6, कोथावां में 55 में से 4, माधौगंज में 77 में 6, पिहानी में 77 में से 1, मल्लावां में 54 में से 12, सण्डीला 74 में से 4 ग्राम पंचायतों में काम शुरू नहीं हो सका है। इसी तरह विकास खंड शाहाबाद में 83 में 11, सुरसा में 68 में से 6 और टोंडरपुर में 71 में से 5 ग्राम पंचायतों में मनरेगा में काम बंद पड़ा है। यहां के लोग भी काम शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने बीते दिनों समस्त ग्राम पचायतों में मनरेगा कार्य शुरू करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा है कि रोजाना कम से कम 60 श्रमिकों को हर ग्राम पंचायत में कार्य मिलना चाहिए। उनके इस आदेश का पालन केवल साण्डी ब्लाक में हुआ है। यहां 3352 श्रमिकों को रोजगार अब तक दिया जा रहा है। साण्डी के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि पीके वर्मा ने बताया कि महामारी में मजदूरों को कार्य देना पुनीत कार्य है। उन्होंने प्रधानों, सचिवों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करके दिक्कतें दूर कराईं और मनरेगा कार्य हर गांव में शुरू कराया है। अभी इसमें और तेजी लाई जाएगी।

डीएम पुलकीत खरे ने कहा कि मनरेगा में तेजी लाई जाएगी। पहले से काफी सुधार हुआ है। ग्राम पंचायतों को नियमित काम कराकर ज्यादा श्रमिकों को रोजगार देने का निर्देश दिया गया है। अच्छा काम करने वालों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। लापरवाही बरतने वाले बीडीओ, एपीओ, प्रधान, सचिव से लेकर अन्य जिम्मेदारों के खिलाफ जल्द कठोर कार्रवाई होगी।

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