उधारी का रुपया न मिलने पर की थी बच्ची की हत्या
हरदोई | संवाददाता हरियावां थानाक्षेत्र में सोमवार को आठ साल की बच्ची की हत्या...
हरदोई | संवाददाता
हरियावां थानाक्षेत्र में सोमवार को आठ साल की बच्ची की हत्या कर शव गन्ने के खेत में फेंक दिया गया था। इस मामले का पुलिस ने दूसरे दिन खुलासा कर दिया। पकड़े गए युवक ने बताया कि उधार के तीन लाख रुपये न मिलने पर उसने घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेजा है।
मंगलवार को एसपी कार्यालय में मामले का खुलासा करते हुए एएसपी पूर्वी अनिल कुमार यादव ने बताया कि हरियावां थानाक्षेत्र के गोंडाखेड़ा गांव में एक अगस्त को गन्ने के खेत में एक आठ वर्ष की बच्ची का शव मिला था। बच्ची के पेट और गले में चाकू के निशान थे। मामले के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन किया था। जांच के दौरान पता चला कि गांव के ही बाबूराम की मृतका बच्ची के परिवार से काफी निकटता थी।
मृतक बच्ची के पिता ने बाबूराम पर नामजद आरोप लगाया था। इसलिए पुलिस कातिल को घटना के दिन ही पकड़ लिया था।
मृतक बच्ची की मां को तीन लाख रुपये उधार दिया था: एएसपी के अनुसार बाबूराम ने मृतक बच्ची की मां को तीन लाख रुपये उधार दे रखा था। पिछले कई महीनों से रुपये वापस मांग रहा था। बच्ची की मां रुपये वापस नहीं कर पा रही थी। इससे नाराज होकर उसने बच्ची की हत्या कर दी। बच्ची के शव को खेत में इसलिए फेंका था ताकि उसके शव को जानवर खा ले।
जानवर जल्दी शव को खा ले इसलिए चाकू से फाड़ा था पेट
पुलिस ने जब कातिल से बच्ची के पेट फाड़ने की वजह पूछी तो उसने बताया कि वारदात को एक हादसे में बदलने के लिए ऐसा किया था। यह भी सोचा था कि पेट फाड़ने से जानवर भी उसे जल्दी खा जाएंगे। साक्ष्य भी मिट जाएगा।
दुराचार नहीं सिर्फ की थी हत्या
एएसपी पूर्वी ने बताया कि कातिल ने दुराचार की बात से इंनकार किया है। अब तक की जांच में भी दुराचार की पुष्टि नहीं हुई है।