रिश्वतखोरी के केस में वरिष्ठ सहायक गिरफ्तार
मुख्यमंत्री किसान एवं सर्वहित बीमा योजना की पत्रावली के निस्तारण में 50 हजार की रिश्वत मांगने के आरोप में तहसील संडीला में कार्यरत तत्कालीन वरिष्ठ सहायक अतीक अहमद कानून के फंदे में फंस गए हैं। उनको...
मुख्यमंत्री किसान एवं सर्वहित बीमा योजना की पत्रावली के निस्तारण में 50 हजार की रिश्वत मांगने के आरोप में तहसील संडीला में कार्यरत तत्कालीन वरिष्ठ सहायक अतीक अहमद कानून के फंदे में फंस गए हैं। उनको मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सवायजपुर तहसील से गिरफ्तार कर एंटी करप्शन टीम लखनऊ को सौंप दिया है।
संडीला तहसील के नायब तहसीलदार भीमचन्द्र ने 10 सितम्बर 2019 को भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि वर्ष 2019 में तहसील के वरिष्ठ सहायक अतीक अहमद मुख्यमंत्री किसान एवं सर्वहित बीमा योजना का काम देख रहे थे। तहसील के ग्राम गौसापुर निवासी शराफत अली ने एसडीएम से शिकायत की थी कि उनके भाई अशरफ अली के मार्ग दुर्घटना में हुई मृत्यु के बाद उन्होंने दिवंगत भाई के नाम से बीमा पत्रावली तैयार कराई। पत्रावली के निस्तारण में तहसील के वरिष्ठ सहायक अतीक अहमद ने उनसे 50 हजार रूपए की मांग की। 50 हजार देने में असमर्थता व्यक्त किए जाने पर 15 हजार रूपए तत्काल देने को कहा गया।
मुकदमे के अनुसार शराफत अली ने चार हजार रूपए दे दिए और शेष 11 हजार रूपए बीमा का पैसा खाते में आने के बाद देने को कहा। 23 जुलाई 2019 को खाते में पैसे के आ जाने पर अतीक अहमद ने दूरभाष पर अवशेष 11 हजार दिए जाने के लिए कई बार फोन किया। एसडीएम ने मामले की जांच कराई और शिकायत सही पाई। अतीक अहमद द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरतने व कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया। अतीक अहमद के उक्त कृत्य से जन सामान्य में प्रशासन की छवि धूमिल हुई है। आख्या प्रेषित किए जाने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर वरिष्ठ सहायक अतीक अहमद के खिलाफ संडीला कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया था। कोतवाल सूर्यप्रकाश शुक्ला ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर एन्टी करप्शन टीम लखनऊ को सौंप दिया गया है।