खुद पढ़ें या बच्चों को पढ़ाएं, टीईटी का आदेश वापस लें
Hardoi News - मल्लावां में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक हुई, जिसमें अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया। शिक्षकों ने 16 सितंबर को ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई। संघ के...

मल्लावां। बीआरसी मल्लावां पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला कोषाध्यक्ष/ब्लॉक अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। इसमें सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सभी शिक्षकों पर लागू अनिवार्य शिक्षक पात्रता परीक्षा के मुद्दे पर चर्चा की गई। इससे शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। कहा, अब खुद पढ़ें या बच्चों को पढ़ाएं। टीईटी आदेश वापस लिया जाए। ब्लॉक मंत्री योगेश कुमार ने कहा कि इस काले कानून के विरोध में प्रधानमंत्री एवं शिक्षा मंत्री भारत सरकार को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपने के लिए 16 सितम्बर को जनपद पर राजकीय इंटर कॉलेज में शिक्षकों से चलने की अपील की।
मो. राशिद ने कहा कि यह काला कानून हमारी शिक्षक भर्ती नियमावली के विपरीत है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी शिक्षक विद्यालय विलय और शिक्षक सरप्लस का दंश झेल भी नहीं पाए थे कि तब तक एक और नया कानून आ गया, जिससे शिक्षकों में मानसिक विक्षिप्तता का भाव देखा जा रहा है। गजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने चतुर्थ वेतन आयोग, पंचम वेतन आयोग, 50 प्रतिशत डीए मर्जर सहित कई लड़ाईयां जीतीं। अब शिक्षक बनने के बाद 10 से 30 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के उपरान्त यह पात्रता परीक्षा हम पर थोपना उचित नहीं है। आशुतोष कुमार, सुधांशु मोहन, महेन्द्र,रमेश कुमार, वेद प्रकाश, आदर्श यादव, वीरेंद्र यादव, राजा रंकेश, आदर्श कुमार मीडिया प्रभारी, नीरज कुमार, शिखा कनौजिया, कुसुमा देवी और संध्या देवी आदि लगभग एक सैकड़ा शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




