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एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल से तड़पे मरीज

हरदोई | संवाददाता तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे...

हरदोई | संवाददाता
 तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे...
1/ 4हरदोई | संवाददाता तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे...
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 तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे...
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4/ 4हरदोई | संवाददाता तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे...
हिन्दुस्तान टीम,हरदोईTue, 27 Jul 2021 05:01 AM
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हरदोई | संवाददाता

तीन दिनों से अपनी मांगों पर अड़े एम्बुलेंस कर्मियों ने तीसरे दिन कार्य बहिष्कार कर दिया। सभी एम्बुलेंस शहर से बाहर चौपाल सागर के परिसर में खड़ी करके प्रदर्शन किया। इससे मरीजों के लिए काफी दिक्कतें उठानी पड़ी। कोई चारपाई तो कोई ई-रिक्शा से मरीज लेकर जिला अस्पताल पहुंचा। सुरक्षा के मद्देनजर सीओ सिटी विकास जायसवाल, कोतवाली देहात इंस्पेक्टर जितेंद्र ओझा व सदर एसडीएम जायजा लेते रहे। एम्बुलेंस कर्मियों ने एसडीएम सदर को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।

सोमवार को कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण सरकारी एंबुलेंस उन्हें मुहैया नहीं हो सकी। मजबूरी में तीमारदार अपने मरीज को लेकर कोई तो ऑटो रिक्शा, डग्गामार वाहन से जिला अस्पताल पहुंचा, तो कोई निजी वाहन से पहुंचा। सुबह से शाम तक मरीजों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी। वहीं जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष अनिल अवस्थी ने बताया कि यह कार्य बहिष्कार निर्णय संगठन के उच्च पदाधिकारियों की ओर से लिया गया है। जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक उनका कार्य बहिष्कार चलता रहेगा।

चारपाई पर लेकर जिला अस्पताल पहुंचे मरीज: बेहटा गोकुल थाना क्षेत्र के गैधरा करणपुर निवासी राहुल के बेटे की तीन-चार दिन पहले तबीयत खराब हो गई थी। उसका इलाज लखनऊ में चला था। छुट्टी हो जाने के बाद वापस घर आ गए थे। सोमवार को अचानक फिर बच्चे का स्वास्थ्य गड़बड़ हुआ। इसके बाद पत्नी ने बच्चे का लखनऊ में फिर इलाज कराने की जिद की। इसी बात को लेकर पति-पत्नी में विवाद हो गया। राहुल ने घर के बाहर आकर अपने हाथों की नसें काट ली। हालत नाजुक होने पर परिजन उसे आनन-फानन में गांव के प्रधान के पास पहुंचे। प्रधान ने पिकअप डाला से जिला अस्पताल भिजवाया। जहां से परिजन उसे चारपाई पर लेकर इमरजेंसी वार्ड तक पहुंचे।

ऑटो से पहुंचा अस्पताल: बेनीगंज क्षेत्र के प्रतापनगर चौराहा निवासी संजय अपनी पत्नी अनीता के साथ एम्बुलेंस न मिलने से किराए के ऑटो से जिला अस्पताल पहुंचा। इस दौरान निजी वाहनों ने ज्यादा किराया वसूलकर मोटी कमाई की।

हड़ताली एम्बुलेंस कर्मियों की यह रही मुख्य मांगे

ठेका प्रथा से उन्हें मुक्त किया जाए।

सभी एंबुलेंस कर्मचारियों का समायोजन हो।

एंबुलेंस के सभी कर्मचारियों को एनएचएम में सम्मिलित करें।

कोविड-19 में शहीद हुए कर्मचारियों को 50 लाख की बीमा राशि मिले।

428 एम्बुलेंस कर्मी प्रर्दशन में रहे शामिल: अध्यक्ष

संघ के जिला अध्यक्ष सलिल अवस्थी ने बताया कि प्रर्दशन में जनपद के 428 कर्मी शामिल रहे। जनपद में छह एम्बुलेंस स्वास्थ्य विभाग के उच्चधिकारियों के निर्देश संचालित की गई। वही चार लोगों लखनऊ रेफर किया गया। जनपद में कुल 104 एम्बुलेंस है। इनमें 102 नंबर की एम्बुलेंस 48 है। चार एएलएस व 52 सामान्य एम्बुलेंस हैं।

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