गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत बनेंगे पंचायत घर
सर्वाधिक प्रवासी श्रमिकों के आगमन वाले जनपदों को आत्मनिर्भर बनाने का खाका खींचा गया है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत इन जनपदों में श्रमिकों को काम उपलब्ध करवाया जा रहा है। पंचायती राज महकमें ने...
सर्वाधिक प्रवासी श्रमिकों के आगमन वाले जनपदों को आत्मनिर्भर बनाने का खाका खींचा गया है। गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत इन जनपदों में श्रमिकों को काम उपलब्ध करवाया जा रहा है। पंचायती राज महकमें ने भी लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के साथ ही ग्राम पंचायतों को सक्षम बनाने व सामाजिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में पंचायत घर बनाने के लिए निर्देश दिए हैं।
डीपीआरओ गिरीश कुमार ने बताया शासन के निर्देशानुसार सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत घर बनाए जाने हैं। इसकी शुरुआत गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत की जा रही है। जिन ग्राम पंचायतों का नव सृजन हुआ है वहां पंचायत घर बनेंगे। साथ ही अन्य जहां पर भी पंचायत घर नहीं बना हुआ है। उन ग्राम पंचायतों को पंचायत घर बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होने बताया कि अवशेष 14वें वित्त की धनराशि के साथ ही 15वें वित्त आयोग से आवंटित धनराशि में से दस लाख रुपए का उपयोग पंचायत घर बनाने में किया जाएगा। इसके साथ ही मनरेगा योजना से भी दस लाख रुपए पंचायत घर को बनाने में खर्च किए जाएंगे। इससे गांव के श्रमिकों को काम करने का अवसर मिल सकेगा।
उपनिदेशक पंचायतीराज आरएस चौधरी ने पंचायत घर निर्माण के लिए एक सप्ताह में भूमि चयन करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देश दिए गए हैं कि शत प्रतिशत ग्राम पंचायतों में पंचायत घर बनाए जाएंगे। इसकी शुरुआत नवसृजित व पंचायत घर विहीन ग्राम पंचायतों से की जाएगी।
गांवों में पंचायत घर बनने से बारिश के मौसम में रोजगार का सृजन हो सकेगा। जिले भर में हजारों श्रमिकों को इसमें काम करने का अवसर मिलेगा। इससे एक तरफ जहां ग्राम पंचायत में मीटिंग आदि कराने के लिए पक्का भवन मिल सकेगा। वहीं दूसरी तरफ रोजगार के नए मौके बनेंगे।