हरदोई में बगैर अनुमति गर्रा नदी में मछलियों का शिकार
Hardoi News - हरदोई में, बिलग्राम और सवायजपुर तहसील में मत्स्य आखेट समितियों को दिए गए ठेके डीएम की आपत्ति के बाद रद्द कर दिए गए हैं। अवैध रूप से मछली का शिकार जारी है जिससे सरकारी राजस्व को नुकसान हो रहा है। जल्द...
हरदोई, संवाददाता। बिलग्राम और सवायजपुर तहसील में चहेती मत्स्य आखेट समितियों को दिए गए नदियों के ठेके डीएम की ओर से आपत्ति आने के बाद कैंसिल कर खुली बोली आयोजित कर दिए जाने के आदेश दिए गए हैं। अभी नया ठेका नहीं हु है। इसके बाद भी मिलीभगत से अवैध रूप से जाल लगाकर मछली का शिकार किया जा रहा है। तहसील बिलग्राम क्षेत्र के गंगा और गर्रा नदी के सात और सवायजपुर क्षेत्र के गंगा, रामगंगा, गर्रा, गंभीरी और नीलम नदियों के चौदह चिन्हित क्षेत्रो के लिए मत्स्य विभाग की ओर से ठेके दिए गए थे। बीते 28 अक्टूबर को डीएम की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कई सक्रिय मत्स्य बगैर सूचना खुली बैठक के चहेती मत्स्य आखेट समितियो के ठेके दिए जाने की शिकायत की गई थी। नतीजन डीएम की ओर से नदी नीलमी को औचित्य पूर्ण नही पाते हुए सभी ठेके निरस्त कर दिए गए।
इसके बाद एसडीएम और सहायक मत्स्य निदेशक को शासनादेश का हवाला देते हुए मत्स्यजीवी समितियों संग खुली बैठक आयोजित कर ठेके दिए जाने के आदेश दिए गए थे। लेकिन अभी तक तहसील प्रशासन की ओर से नदियों का सीमांकन नही कर पाए जाने की बात बताई जा रही है। जिसके कारण जगह जगह नदियो की धारा में जाल लगाकर अवैध रूप से मछ्लियो का शिकार किया जा रहा है। इससे रोजाना हजारों रुपये के सरकारी राजस्व को हानि पहुंच रही है। सहायक मत्स्य निदेशक धर्मराज चौहान ने बताया कि अवैध मछली शिकार के खिलाफ लगातार कारवाही की जा रही है। जल्द ही खुली बोली आयोजित कर सर्वाधिक बोली लगाने वाली समितियों को ठेके दिए जाएंगे।
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