डीएपी खाद की किल्लत से किसान परेशान
धान की कटाई के बाद खाली हो रहे खेतो में अब गन्ने की बुवाई शुरू हो गयी है। गन्ने की बुवाई शुरू होते ही डीएपी की मांग बढ़ गयी है लेकिन साधन सहकारी समिति पर डीएपी उपलब्ध नही है। ऐसे में किसानों को खाद के...
धान की कटाई के बाद खाली हो रहे खेतो में अब गन्ने की बुवाई शुरू हो गयी है। गन्ने की बुवाई शुरू होते ही डीएपी की मांग बढ़ गयी है लेकिन साधन सहकारी समिति पर डीएपी उपलब्ध नही है। ऐसे में किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। जिम्मेदार इस ओर अनदेखी बरतते हुए उदासीन रवैया अपनाए हैं। इससे निजी दुकानदारों की चांदी है। वहां मजबूरन किसानों को ज्यादा दाम देकर खाद खरीदनी पड़ रही है।
सोबरन, ताजिम खान, मनीष गुप्ता, बाबा अमरनाथ, दुरविजय ,सत्यपाल, सुरेशपाल निवासी वरखेरा का कहना है कि समिति पर खाद न मिलने से किसानों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है। गन्ने की बुवाई शुरू हो गयी है। ऐसे में उसके सामने बड़ी मुसीबत है कि वह खेत पर काम करें या खाद के लिए भटकें। स्थानीय जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। किसान संगठन भी मौन हैं। इसीलिए विभागीय अधिकारी समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।