डॉग स्क्वायड टीम ने छाना स्टेशन का चप्पा-चप्पा
बुधवार को गोरखपुर में पकड़े गए संदिग्धों व राम जन्मभूमि विवाद में आने वाले फैसले से पूर्व लखनऊ से आई बीडीएस एवं डॉग स्क्वायड टीम व स्थानीय जीआरपी ने साझा सघन चेकिंग अभियान चलाया। घूम-घूमकर सुरक्षा का...
बुधवार को गोरखपुर में पकड़े गए संदिग्धों व राम जन्मभूमि विवाद में आने वाले फैसले से पूर्व लखनऊ से आई बीडीएस एवं डॉग स्क्वायड टीम व स्थानीय जीआरपी ने साझा सघन चेकिंग अभियान चलाया। घूम-घूमकर सुरक्षा का जायजा लिया। विभागीय स्टाफ को भी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने के लिए कहा।
चेकिंग अभियान के दौरान डॉग स्क्वाड टीम ने अत्याधुनिक उपकरणों से यात्रियों के सामान, डस्टबिन, परिसर में खड़े वाहन, त्रिवेणी एक्सप्रेस, वाराणसी बरेली एक्सप्रेस आदि की चेंकिग की। बुधवार सुबह लखनऊ से आई डॉग स्क्वायड की टीम के साथ जीआरपी ने संघन चेकिंग अभियान चलाया तो स्टेशन पर मौजूद रेल यात्रियों में हड़कंप मच गया। जीआरपी के साथ डॉग स्क्वायड को स्टेशन परिसर की जांच करते देख लोग तमाम तरह की अटकलें लगाते नजर आए।
जीआरपी एसओ योगेंद्र यादव ने बताया कि पुलिस अधीक्षक रेलवे के निर्देशन में लखनऊ से आए डॉग स्क्वाड व जीआरपी ने सुरक्षा व्यवस्था परखी है। इस दौरान ट्रेन, यात्री सामान, प्रतिक्षालय आदि की गहनता से जांच पड़ताल की गई। जीआरपी ने इस तरह का समय-समय पर अभियान चलाया जाता रहेगा। डीडीए टीम के प्रभारी हनुमान प्रसाद, जीआरपी एसआई प्रमोद कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल बृजपाल, विजय पांडे, शिव भवन बघेल, कांस्टेबल पंकज तिवारी समेत जीआरपी के समस्त सिपाही मौजूद रहे।
टिकट काउंटर के लिए भटक रहे यात्री
रेलवे परिसर में बने नया भवन में आरक्षण व टिकट घर शिफ्ट हो गया है। लेकिन पुराने बने कार्यालय पर कोई सूचना नहीं लिखी है। जिससे आने वाले यात्रियों को जानकारी मिल सके कि टिकट घर कहां है। कोई भी बैनर आदि नहीं लगाया गया है। यात्री ताला लगा देख कर जानकारी जूटाते हंै, तब जाकर टिकट ले पाते हैं। कई यात्रियों को जानकारी न होने पर ट्रेने भी छूट जाती है। क्योंकि नए भवन व पुराने भवन के बीच थोडी दूरी है। जब तक नए भवन पहुंचते है तब तक ट्रेन छूट जाती है। इस पर यात्रियों ने नाराजगी जताई है। स्टेशन अधीक्षक राजीव आर्या का कहना है कि कागज पर नोटिस लिखकर चस्पा की गई है। यदि यह नष्ट हो गई है तो जल्द फिर नई नोटिस चस्पा करा देंगे।