बैंकों की आनाकानी में अटकी 260 लाभार्थियों की पीएम स्वनिधि
Hapur News - बार बार समय देकर टाल रहे बैंक - नगर पालिका हापुड़ में प्रथम, द्वितीय और तृतीय लोन के पड़े लंबित आवेदन - स्ट्रीट वेंडरों को रोजगार से जोड़ने के केंद्र सर

केंद्र सरकार ने कोराना काल में स्ट्रीट वेंडरों को उभारने के लिए पीएम स्वनिधि योजना की शुरूआत की थी। इस योजना के तहत स्ट्रीट वेंडरों को बिना गारंटी दस हजार, 20 हजार और 50 हजार का लोन देने का प्रावधान है। लेकिन जनपद के बैंकों की आनाकानी की वजह से 260 लाभार्थियों की पीएम स्वनिधि अटकी पड़ी है, जिससे स्ट्रीट वेंडर अपना रोजगार शुरू नहीं कर पा रहे हैं। जब लाभार्थी बैंक में जाकर धनराशि जारी करने की मांग करते है तो बैंक अधिकारी लाभार्थियों को यह कहकर टाल देते है कि योजना समाप्त हो चुकी है।
केंद्र सरकार ने वर्ष-2020 में पीएम स्वनिधि योजना शुरू की थी। इस योजना में स्ट्रीट वेंडरों तीन चरणों में धन उपलब्ध कराया जाना था। पहले चरण में स्ट्रीट वेंडरों को बैंक के माध्यम से दस हजार का लोन उपलब्ध कराया जाता है। पहला लोन खत्म होने के बाद 20 हजार का दूसरा लोन दिलाने का प्रावधान है। जबकि दूसरा समाप्त होने पर तीसरा लोन 50 हजार का दिया जाता है। इस योजना के तहत स्ट्रीट वेंडर अपना आवेदन कर रहे है, लेकिन बैंक लाभार्थियों को लोन देने में आनाकानी कर रहे है।
यह हम नहीं ब्लकि आवेदक और नगर पालिका के सरकारी कागज कह रहे है। नगर पालिका परिषद हापुड़ में 260 स्ट्रीट वेंडरों ने अपना आवेदन किया। इसमें बैंक द्वारा 85 आवेदकों का बैंक द्वारा सेंशन कर दिया गया, लेकिन उनका पैसा जारी नहीं किया गया है। जबकि 175 आवेदकों की फाइल ही आगे नहीं बढ़ पाई है, जिससे स्ट्रीट वेंडरों को कभी बैंक तो कभी नगर पालिका के चक्कर लगाने पड़ रहे है। जबकि दो दिन पहले डीएम ने बैैंकर्स की बैठक में पीएम स्वनिधि के लंबित आवेदनों को निस्तारित कर लोन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी बैंक द्वारा ऋण उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है।
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आवेदकों की सुनों:
फोटो संख्या-5
पीएम स्वनिधि के लिए चार दिसंबर 2023 को आवेदन किया था। लेकिन बैंक स्कीम न होने की बात कहकर टाल देते है। इसलिए कभी नगर पालिका तो कभी बैंक के चक्कर लगाने पड़ रहे है।
दानिश्ता, आवेदकर्ता
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फोटो संख्या-6
नगर पालिका हापुड़ में पीएम स्वनिधि के लिए आवेदन किया था। लेकिन एक साल बाद भी दस हजार का ऋण उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। बैंक लगातार चक्कर लगवा रहे है, कभी स्कीम खत्म होने की बात कहते है तो कभी एक से दूसरी तारिख पर आने की बात कहकर टाल देते है। जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
आबिर अली, आवेदकर्ता
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बोले एलडीएम:
बैंक द्वारा लोन देने में किसी तरह आनाकानी नहीं की जाती है। अगर कोई बैंक लोन देने में आनाकानी कर रहा है तो उसकी एलडीएम ऑफिस में जानकारी दे सकते है।
राजीव गुप्ता, एलडीएम हापुड़
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