ऑक्सीजन: 5.2 मेट्रिक टन ऑक्सीन उपलब्ध, 5.76 मेट्रिक टन की खपत
कोरोना के बढ़ते पॉजिटिव केसों के कारण जनपद में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। जिले में खपत से कम ऑक्सीजन की उपलब्धता है। 5.76 मेट्रिक टन की खपत के बावजूद...
हापुड़। कोरोना के बढ़ते पॉजिटिव केसों के कारण जनपद में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। जिले में खपत से कम ऑक्सीजन की उपलब्धता है। 5.76 मेट्रिक टन की खपत के बावजूद 5.2 मेट्रिक टन ऑक्सीजन जिले में उपलब्ध है। ऑक्सीजन मेरठ और मुजफ्फरनगर से मंगाई जा रही है।
जनपद में कोरोना के पॉजिटिव केस लगातार बढ़ रहे हैं। रोज पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने से ऑक्सीजन की डिमांड बढ़ गई है। डिमांड बढ़ने पर ऑक्सीजन की कमी सामने आ रही है। जिले में रोजाना 5.76 मेट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत है। जबकि यहां केवल 5.2 मेट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है। ऑक्सीजन कम उपलब्ध होने के कारण जिले के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। औषधि निरीक्षक लवकुश प्रसाद ने बताया कि बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन के प्लांट लगे हुए हैं। जहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा अन्य अस्पतालों में भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध हो, इसकी पूरी कोशिश रहती हैं। मेरठ और मुजफ्फरनगर में ऑक्सीजन मंगाई जा रही है। डिमांड भेजी गई है। उम्मीद है कि मंगलवार देर रात्रि या बुधवार सुबह तक ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाए।
-धीरे धीरे बढ़ रही ऑक्सीजन की खपत
हापुड़। जैसे जैसे जिले में कोरोना के पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं वैसे वैसे ऑक्सीजन की खपत जिले में बढ़ती जा रही है। वर्तमान में जिले में एक दिन में 5.76 मेट्रिक टन की खपत है।
-सीएमओ का कथन
कोविड 19 अस्पतालों में ऑक्सीजन के अपने प्लांट लगे हुए हैं। जहां ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन उपलब्ध है। मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
-डॉ रेखा शर्मा-सीएमओ हापुड़