19 हजार करोड़ पहुंचा निवेश, दो दिवसीय होगा निवेशकों का मेला
हापुड़। हापुड़ उद्योग की स्थापना और निवेश के लिए आकर्षण के केंद्र के रूप में उभर रहा हैै। देश ही नहीं जर्मनी, यूएस, साउथ कोरिया समेत देश के...

हापुड़। हापुड़ उद्योग की स्थापना और निवेश के लिए आकर्षण के केंद्र के रूप में उभर रहा हैै। देश ही नहीं जर्मनी, यूएस, साउथ कोरिया समेत देश के बहुराष्ट्रीय कंपनिया भी अपनी यूनिट स्थापित करने के लिए जनपद को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसी का नतीजा है कि हापुड़ इंवेस्टर्स समिट के लिए अबतक करीब 350 कंपनियों ने 19 हजार करोड़ से अधिक निवेश के प्रस्ताव दिए है। अभी भी डीएम, सीडीओ और उपायुक्त उद्योग उद्योगपतियों व निवेशकों से वन टू वन चर्चा कर रहे है। ताकि जनपद के निवेश को बढ़ाया जा सकें।
ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का लखनऊ में दस फरवरी से आयोजन किया जाएगा। इसके लिए जनपद को कुल दो हजार करोड़़ निवेश का लक्ष्य दिया गया था। लेकिन डीएम, सीडीओ और जिला उद्योग विभाग के उपायुक्त उद्योग शैलेश कुमार ने लगातार निवेशकों और उद्योगपतियों से चर्चा कर अबतक 19 हजार करोड़ निवेश के प्रस्ताव लिए है। इसमें करीब तीन हजार करोड़़ के प्रस्ताव गढ़मुक्तेश्वर को पर्यटन स्थल बनाने के लिए भी है। अगर मेरठ मंडल की बात करें, तो हापुड़ निवेश के मामले में दूसरे स्थान पर बना हुआ है।
वहीं आगामी 24 और 25 जनवरी को हापुड़ इंवेस्टर्स समिट का दिल्ली रोड स्थित प्रकाश रेजेंसी में आयोजन किया जाएगा। इस समिट में केंद्र व प्रदेश के चार मंत्री बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। जबकि जनपद के तीनों विधायक हिस्सा लेंगे। इस समिट में 350 कंपनियों के जीएम व प्रतिनिधि भाग लेंगे। पहले दिन यानी 24 जनवरी को सभी कंपनियों से एमओयू साइन कराए जाएंगे। इस दौरान गढ़मुक्तेश्वर के पर्यटन स्थल के रूप में बनाई गई लघु फिल्म को दर्शकों को दिखाया जाएगा। इसके अलावा जनपद के औद्योगिक हब पर बनी फिल्म को भी दर्शाया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। जबकि दूसरे दिन यानी 25 जनवरी को उद्योगपति व निवेशक उद्योग से जुड़ी समस्या के बारे में चर्चा करेंगे। कुल मिलाकर दो दिन में हापुड़ के विकास की पटकथा लिखी जाएगी।
इंवेस्टर्स समिट पर सीडीओ ने ली बैठक:
सीडीओ प्रेरणा सिंह ने हापुड़ इंवेस्टर्स समिट को सफल बनाने के लिए विकास भवन में एक बैठक ली। इस दौरान समिट की तैयारियों की स्थिति को जांचकर कई विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। इसमें प्रचार प्रसार के अलावा केंद्र व प्रदेश सरकारी की योजनाओं के उत्पादों की स्टॉल लगाने के भी निर्देश दिए गए।
जनपद में 19 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आने से करीब एक लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा उद्योग इकाई स्थापित होने से आय के अन्य स्त्रोत बढ़ेंगे। इसपर भी जिला प्रशासन द्वारा काम किया जा रहा है। ताकि लोगों की आय को बढ़ाया जा सकें।
जनपद में इंवेस्ट करने वाले उद्योगपतियों व निवेशकों के सामने जमीन की उपलब्धता और बिजली समेत अनेक एनओसी की समस्या आएगी। लेकिन इन समस्याओं से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने सुगम व्यवस्था की है, ताकि उद्योग लगाने के लिए भूमि भी उपलब्ध हो और बिजली, पानी व एनओसी की भी समस्या नहीं होगी। इसके लिए एक टीम भी बनाई जाएगी।
जनपद में उद्योग लगाने में निवेशकों को किसी प्रकार की दिक्कत न होगी। इसके लिए सुगम व्यवस्था की जा रही है। सभी उद्यमियों को अच्छे उद्योग लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
प्रेरणा सिंह, सीडीओ
