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कैसे थमेगा संक्रमण: न कोई बंदिश और न ही घर पर मॉनेटरिंग

कोरोना केस लगातार जिले में बढ़ते जा रहै हैं जिसमें हल्के लक्ष्ण वाले रोगियों को होम आइशोलेट किया जा रहा है। परंतु कोरोना आने के बाद भी कोई पाबंदी...

कैसे थमेगा संक्रमण: न कोई बंदिश और न ही घर पर मॉनेटरिंग
हिन्दुस्तान टीम,हापुड़Sun, 18 Apr 2021 03:22 AM
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हापुड़। कोरोना केस लगातार जिले में बढ़ते जा रहै हैं जिसमें हल्के लक्ष्ण वाले रोगियों को होम आइशोलेट किया जा रहा है। परंतु कोरोना आने के बाद भी कोई पाबंदी नहीं लगाई जा रही है और न ही चिकित्सक ज्यादा ध्यान दे पा रहे हैं। शुक्रवार को भी जिले एक साल के अंदर सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। लेकिन सिस्टम की तरफ से कोई खास पाबंदी दिखाई नहीं दे रही है।

2020 में लॉक डाउन खत्म होने के बाद भी अनलॉक तीन तक कोरोना मिलने वाले मोहल्ले पर इतनी पाबंदी होती थी कि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकलते थे। परंतु दूसरी लहर जहां खतरनाक साबित होती जा रही है वहीं सिस्टम भी औपचारिकता निभा रहा है। पहली बार कोरोना संक्रमण को लेकर बड़े अधिकारी तथा ब़ड़े सियासी लोगों को टीम जबरन उठाकर ले जाती थी। परंतु अब केवल पॉजिटिव केस आने पर उनको बोल दिया जाता है कि घर पर भी आइसोलेट हो सकते हो। पहले घर जाकर टीम देखती थी। परंतु अब घर पर जाकर भी नहीं देखा जा रहा है।

केस एक---

गढ़ नगर के मोहल्ला तारगली में किशन नागर की मौत 24 घंटे के दौरान हो गई। जिसके बाद शव को ब्रजघाट स्थित श्मशानघाट ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक के बड़े भाई विष्णु दत्त नागर का कहना है कि अंतिम संस्कार के बाद चिकित्सको को फोन कर टेस्ट के लिए कहा गया। जिसपर कोई खास रेस्पांस नहीं मिला। जिसपर पत्राचार करने को कहा तो शाम के समय चिकित्सक का फोन आया और कहा टीम बुला ली है आप लगो आकर टेस्ट करा लो। पांच लोग पॉजिटिव आए हैं, जिसमें मृतक की पत्नी और बेटी को भर्ती करा दिया है। बाकि तीन लोग होम आइशोलेट हैं। परंतु किसी ने भी फोन से हाल चाल नहीं पूछा है।

केस दो---

होली चौक निवासी काले गोयल की मौत कोरोना संक्रमण आने के बाद हुई है। जबकि उसका इलाज पहले सी दिल्ली आदि में चल रहा था। शव को अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल से किया गया। मृतक के भाई ललित गोयल ने आरोप लगाया कि जबरन कोरोना की रिपोर्ट बनाई जा रही है। मुझकर दो दिन बाद फोन आया कि टेस्ट करा लो। जिसपर मैने कहा कि अगर इधर दिख गए तो अच्छा नहीं होगा। मृतक के पत्ते होने के बाद कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। ललित ने बताया कि फिर कोई चिकित्सकों की टीम नहीं पुहंची है।

केस 3----

नहरवाई कालोनी में 12 लोग संक्रमित आ गए। जिनको होम आइसोलेट किया गया। परंतु अगले दिन कुछ लोगों ने बताया कि जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव हैं वे सब बाजार में घूम रहे हैं। एसडीएम से शिकायत करने के बाद पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ विभाग की टीम ने पहुंचकर उनपर सख्ती की।

बोले एसडीएम विजय वृद्धन कि अगर लापरवाही हो रही हैं तो जांच कर कार्रवाई के लिए डीएम को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

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