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चैत्र पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट गंगा में किया स्नान

चैत्र पूर्णिमा पर्व पर देश के कई प्रांतों के श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट गंगा में स्नान किया। श्रद्धालुओं ने स्नान कर गंगा पूजा कर कोरोना से मुक्ति और...

चैत्र पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट गंगा में किया स्नान
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,हापुड़Tue, 27 Apr 2021 11:31 PM
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गढ़मुक्तेश्वर। चैत्र पूर्णिमा पर्व पर देश के कई प्रांतों के श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट गंगा में स्नान किया। श्रद्धालुओं ने स्नान कर गंगा पूजा कर कोरोना से मुक्ति और देश दुनियां में सुख शांति की कामना की गई। गरीब बेसहाराओं को भोजन कराया दान दिया। तीर्थ पुरोहितों ने अस्थि विसर्जित करने वाले शोकाकुल परिजनों से विधि विधान से अस्थियां गंगा में विसर्जित कराई। चैत्र पूर्णिमा पर्व पर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के अलावा आसपास के काफी संख्या में श्रद्धालु ब्रजघाट पहुंचे और ब्रहममुर्हुत में प्रात: चार बजे से गंगा में स्नान शुरु किया तो गंगा स्नान का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद मां गंगा की पूजा अर्चना की गई और सुखशांति की कामना की गई। गंगा तट पर गरीब बेसहाराओं को भोजन कराया गोग्रास कराया तथा दीन दुखियों को दान दिया। तीर्थ नगरी के प्रसिद्ध अमृत परिसर, वेदान्त मंदिर, औकारेश्वर सिद्धपीठ मंदिर, भद्रकाली मंदिर, पंचायती मंदिर, गंगा र्मंदर नक्का कुंआ महादेव मंदिर में देवी देवताओं के दर्शन कर कोरोना मुक्ति की कामना करते नजर आये।

कोरोना का प्रकोप हाईवे पर नहीं लगा जाम

कोरोना के बढ़ते कदमों का असर चैत्र पूर्णिमा पर भी दिखाई दिया। अपेक्षा के अनुसार वाहनों की तादाद कम होने पर होई पर जाम नहीं लगा हांलाकि कोतवाल शीलेश कुमार टीम के साथ वाहनों को सुचारु कराने में लगातार जमे रहे।

कोरोना से बचाव का करते रहे प्रचार

तीर्थ पुरोहित, राजकुमार लालू, कपिल शर्मा, देवेन्द्रराय गौतम, पंडित योगेश शास्त्री, राजमल केवट श्रद्धालुओं को अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करने के साथ उचित दूरी बनाकर गंगा स्नान करने के लिए जागरुक करते रहे। गंगा आरती स्थल से भी प्रचार प्रसार कर गुप्त दान को महादान के लिए प्रेरित किया।

अस्थि विसर्जित करने की संख्या बढ़ी

ब्रजघाट पर एक ओर दाह संस्कार किये जाने की संख्या एक सौ से पार हो चुकी है। वही दूसरी ओर अस्थि विसर्जित करने वालों की संख्या भी बहुत बढ़ गई है। तीर्थ पुरोहित शोकाकुल परिजनों के बाल मुंडन के साथ अस्थि विसर्जित कराते नजर आये। पंडित राजकुमार लालू देवेन्द्र राय गौतम ने बताया कि अस्थि विसर्जित करने वालों की संख्या में भी काफी इजाफा हुआ है।

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