साहिबजादों की बहादुरी और बलिदान का हुआ गुणगान
Hapur News - -धर्म की रक्षा में दिया गया सबसे बड़ा बलिदान बताया गया -गुरुद्वारे में पाठ पूजा के बाद लंगर छकाया गया फोटो नंबर 202 गढ़मुक्तेश्वर, संवाददाता। साहिबजा

साहिबजादों की बहादुरी और बलिदान का गुणगान करते हुए पाठ पूजा के बाद गुरुद्वारे में लंगर छकाया गया। गढ़ में नक्का कुआं मंदिर के पास स्थित गुरुद्वारे में शुक्रवार को वीर बाल दिवस के उपलक्ष्य में बलिदान दिवस का आयोजन हुआ। जिसमें सिख पंथ के दसवें गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की बहादुरी और बलिदान को याद करते हुए धर्म की रक्षा में दिया गया सबसे बड़ा बलिदान बताते हुए जमकर गुणगान किया गया।
गुरुद्वारे के ज्ञानी सरदार लवप्रीत सिंह ने कहा कि इतनी सी अल्पायु में विश्वास और सिद्धांतों पर अडिग रहते हुए धर्म एवं समाज की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करना देश की गौरवमई संस्कृति के प्रति प्रतिबद्धता का आज भी बेहद सराहनीय उदाहरण है। गुरु गोविंह सिंह जी ने आक्रांताओं के खौफ को दरकिनार करते हुए अपने साथ ही पूरे परिवारों के प्राणों की शहादत देकर जो मार्ग दिखाया था, आज उसी का अनुसरण करते हुए मानवसेवा के कार्यों में बढ़ चढक़र भागीदार बनना होगा। इस दौरान पाठ पूजा के उपरांत अटूट लंगर का आयोजन कर संगतों समेत गुरुद्वारे के बाहर से होकर आ जा रहे राहगीरों को प्रसाद छकाया गया।
इंस्पेक्टर नीरज कुमार, डॉ.रिहान चौधरी, डॉ.शेरसिंह रंधावा, डॉ.रिहान सैफी रंजीत सिंह, विरेंद्र सिंह, जसवीर सिंह, लाभसिंह, लखविंद्र सिंह, गुरमुख सिंह, कश्मीर सिंह, जितेंद्र सिंह, हरगुण सिंह समेत काफी संख्या में महिला बच्चे भी मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।