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आर्य समाज का देश के हर क्षेत्र में योगदान: राज्यपाल

सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि आर्य समाज का हर क्षेत्र में योगदान रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में लगे 80 फीसदी लोग आर्य समाज क विचारों से प्रभावित...

सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि आर्य समाज का हर क्षेत्र में योगदान रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में लगे 80 फीसदी लोग आर्य समाज क विचारों से प्रभावित...
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हिन्दुस्तान टीम,हापुड़Mon, 14 Oct 2019 12:32 AM
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सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि आर्य समाज का हर क्षेत्र में योगदान रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन में लगे 80 फीसदी लोग आर्य समाज क विचारों से प्रभावित थे। इन विचारों को अपनाकर हजारों नोजवान आजादी की लड़ाई में कूद पड़े। जो आर्य समाजी हैं, वह धन्य हैं, जबकि अंधविश्वासन की दुनिया से दूर हैं। उन्होंने रविवार को नगर के गढ़ दिल्ली रोड स्थित आर्य समाज मंदिर में ऋषि दयानंद दीर्घा के लोकार्पण के पश्चात कहें। उन्होंने कहा कि आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद समग्र क्रांति के अग्रदूत थे। उन्होंने पाखंड, अंधविश्वास और रूढ़ियों के विरूद्ध नई क्रांति का शंखनाद किया। स्वयं को भगवान बताने वाले आज जेलों में सजा काट रहे है। इसलिए आर्य समाज के विचारों से प्रभावित होकर अंधविश्वास से दूर रहे। अपने बच्चों में आर्य समाज के संस्कारों को जरूर डालें, जिससे बच्चे समाज की कुरीतियों से दूर रह सकें। समाज व परिवार के लिए कार्य करें। उन्होंने आगे कहा कि दानपात्र को दान देना चाहिए कुपात्र को नहीं। हवन-यज्ञ प्राचीनकाल से चले आ रहे है। हवन यज्ञ करने से प्रदूषण नहीं होता है, लेकिन आज लोग अंधविश्वासन की दुनिया में लुप्त होते जा रहे हैं। उन्होंने आर्य समाज के विचारों का प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करने की अपील की। साथ ही अपने जीवन में आर्य समाज के विचारों को अपनाने का संकल्प दिलाया। राज्यपाल ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को देहदान का संकल्प लेना चाहिए। जिससे मनुष्य की मृत्यु होने के बाद उसके अंगों से दुनिया नहीं देखने वाले लोग दुनिया देख सकें। अंत में उन्होंने कहा कि एक दिन समस्त संसार वेदों को जरूर मानेगा। यही जीवन का सत्य है। विशिष्ट अतिथि केंद्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि महर्षि दयानंद ने नई वैचारिक क्रांति को जन्म देकर सोचने, सत्य व असत्य का निर्णय करने की क्षमता प्रदान की। उन्होंने देश समाज की दिशा व दशा का चितंन करते हुए जनसंख्या विस्फोटक कानून बनाने की मांग भी की। सार्वदशिक आर्य प्रतिनिधि के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी आर्यवेश ने विश्वशांति वेदों में बताए मार्ग पर चलने के बारे में बताया। साथ ही कहा कि वेद मानव मात्र के कल्याण के लिए है। सदर विधायक विजयपाल आढ़ती ने कहा कि ऋषि दयानंद दीर्घा के लोकार्पण होने से लोगों में इनके विचारों की नई क्रांति आएगी। मंच का संचालन प्रधान आनंद प्रकाश आर्य ने किया। इस मौके पर प्रवीन आर्य, डा. आरके आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष व पूर्व प्रधान आर्य समाज डा. विकास अग्रवाल, माया प्रकाश त्यागी, कुंवरपाल सिंह, नरेन्द्र आर्य, विनेश गर्ग, राधा रमन आर्य, माया आर्य, अलका गोयल, अलका सिंघल, प्रवीन आर्य, सुरेश प्रसाद, माधव सिंह, राजेश सेठी, अनुपम आर्य, एडीएम जयनाथ यादव, सीएमओ डा. रेखा शर्मा, एएसपी सर्वेश कुमार मिश्रा, एसडीएम सत्यप्रकाश, सीओ राजेश कुमार मौजूद रहे। ऋषि दयानंद दीर्घा के जीवन चित्रों को बारिकियों से देखा-ऋषि दयानंद दीर्घा का सिक्किम के राज्यपाल ने लोकार्पण कर उनकी जीवनी पर आधारित चित्रों को बारिकियों से देखा। उन्होंने दीर्घा में उनके जीवन पर आधारित एक एक चित्र को देखा। साथ ही उस चित्र के महत्व के बारे में साथ में मौजूद लोगों को जानकारी दी। पुलिस-प्रशासन ने बरती सतर्कता-राज्यपाल के आगमन पर पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने सतर्कता बरती। मंदिर में आगमन करने वाले लोगों को मैंटल डिटेक्टर मशीन से होकर निकाला गया। जबकि मंदिर व मंदिर मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिससे किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं रही।

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