ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश हापुड़70 करोड़ से हुआ विकास, 5 करोड़ के प्रस्ताव अटके

70 करोड़ से हुआ विकास, 5 करोड़ के प्रस्ताव अटके

बुधवार (आज) जिपं का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जिसके ताज के लिए फिर से सियासी गलियारों में सियासत शुरू हो...

70 करोड़ से हुआ विकास, 5 करोड़ के प्रस्ताव अटके
हिन्दुस्तान टीम,हापुड़Tue, 12 Jan 2021 11:20 PM
ऐप पर पढ़ें

हापुड़। वरिष्ठ संवाददाता

बुधवार (आज) जिपं का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जिसके ताज के लिए फिर से सियासी गलियारों में सियासत शुरू हो जाएगी। पांच साल के कार्यकाल में 17 महीने सपा तथा पौने तीन साल भाजपा जिपं अध्यक्ष का राज रहा है। करीब 70 करोड़ से गांवों में विकास कराया गया है। पांच करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेज दिए गए जिनको हरी झंडी न मिलने के कारण नहीं हो पाए।

गांवों का विकास कराने का जिम्मा ग्राम पंचायत के साथ साथ जिला पंचायत पर भी होता है। जिला पंचायत से जिले के 275 गांवों में विकास कार्य कराए गए हैं। परंतु 13 जनवरी (आज) को जिला पंचायत का कार्यकाल पूरा हो रहा है।

70 करोड़ से कराए विकास कार्य--

जिला पंचायत अध्यक्ष अमृता कुमार ने बताया कि 70 करोड़ से विकास कार्य कराए है। जबकि 5 करोड़ से विकास कार्य के प्रस्ताव शासन में फाइल भेज दी गई थी। शासन से हरी झंडी न मिसने के कारण 5 करोड़ का काम नहीं हो पाए है।

पहली बार आया अविश्वास प्रस्ताव--

जनपद का सृजन 2011 सितंबर माह में हुआ था। उस समय गाजियाबाद ही जिला पंचायत हुआ करती थी। गाजियाबाद से अलग होकर हापुड़ जिपं बनाई गई। जिसमें सबसे पहली अध्यक्ष सपा नेता सतपाल यादव की पत्नी सुनीता यादव रही है। उसके बाद चुनाव में सपा की रजनीलता खटीक को जिपं अध्यक्ष निर्वाचित हुई। करीब 17 महीने रजनीलता खटीक अध्यक्षा रही परंतु भाजपा की अमृता कुमार ने फिर से सियासी गोटियां बिछा दी। सपा के दो फाड हुए और अमृता कुमार रजनीलता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आई। जिसमें फिर से चुनाव हुआ। भाजपा की अमृता कुमार जिपं अध्यक्ष निर्विरोध निर्वाचित हो गई। करीब पौने तीन साल उनका राज रहा।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें