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एयरपोर्ट की तरह बनने वाले तीर्थ नगरी के बस अड्डे में खर्च होंगे 300 करोड़

यूपी के हरिद्वार गढ़मुक्तेश्वर-ब्रजघाट में प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पीपीपी मॉडल बस अड्डे की स्वीकृति दे दी...

एयरपोर्ट की तरह बनने वाले तीर्थ नगरी के बस अड्डे में खर्च होंगे 300 करोड़
हिन्दुस्तान टीम,हापुड़Thu, 22 Aug 2019 01:07 AM
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यूपी के हरिद्वार गढ़मुक्तेश्वर-ब्रजघाट में प्रदेश सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पीपीपी मॉडल बस अड्डे की स्वीकृति दे दी है जिसको तैयार करने के लिए करीब 300 करोड़ रुपये की कार्ययोजना बनने के बाद टेंडर प्रक्रिया फाइनल हो चुकी है। इसके अलावा तीर्थनगरी में केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर क्षेत्रीय विधायक ने दिल्ली में ताकत झोंक दी है।दो दशक से ब्रजघाट में दिल्ली-लखनऊ हाईवे किनारे पड़ी परिवहन निगम की भूमि के दिन बहुरने का समय नजदीक आ गया है जबकि इससे पूर्व इस जमीन पर कई बार कब्जे का प्रयास विफल हो चुका है। ब्रजघाट में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की जमीन पड़ी हुई है जिसको अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डे की तर्ज पर पीपीपी मॉडल बस अड्डा बनाने के लिए फाइनल कर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने जहां गढ़मुक्तेश्वर को यूपी का हरिद्वार घोषित कर दिया है। वहीं, घोषणा के बाद से तीर्थनगरी के लिए पीपीपी मॉडल की तर्ज पर बनाए जाने वाला बस अड्डा सबसे बड़ी सौगात के रुप में मिल गई है। लखनऊ परिवहन मुख्यालय से ब्रजघाट में एयरपोर्ट की तरह बनाए जाने वाले बस अड्डे की प्रक्रियालगभग पूरी हो चुकी है जिसमें टेंडर भी छोड़ दिया गया है। गढ़ विधायक कमल सिंह मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि गढ़मुक्तेश्वर तीर्थनगरी के विकास में पीपीपी मॉडल बस अड्डा चार चांद लगा देगा क्योंकि इस बस अड्डे के लिए करीब सवा तीन सौ करोड़ रुपये की कार्य योजना बनाई गई थी। उन्होंने बताया कि करीब सवा 300 करोड़ रुपये में आधुनिक रुप से बनने वाले बस अड्डे से ब्रजघाट में पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होगा।केंद्रीय विश्वविद्यालय भी बनेगा गढ़---भाजपा विधायक कमल सिंह मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय बनना है जिसकी फाइल लखनऊ में पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि गढ़ के नयागांव इनायतपुर में विश्वविद्यालय के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। जबकि कुछ नेताओं ने अन्य जनपदों में विश्वविद्यालय को ले जाने का प्रयास किया है परंतु दिल्ली में तीर्थनगरी के विकास के लिए विश्वविद्यालय का मांग पत्र दे दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि विश्वविद्यालय गढ़मुक्तेश्वर में ही बनाया जाएगा।प्रमुख सचिव से होगी वार्ता--विधायक ने बताया कि गढ़ के तीन चरणों में होने वाले विकास के लिए पूर्व में प्रमुख सचिव के नेतृत्व में मीटिंग हो चुकी है जिसमें जनपद की डीएम ने रिमाइंडर भी शासन को भेजा है। इस संबंध में प्रमुख सचिव बदल गए थे लेकिन अब फिर से प्रमुख सचिव से वार्ता चल रही है।

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