ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश हमीरपुररात के अंधेरे में पत्योरा से होता मौरंग चोरी का खेल

रात के अंधेरे में पत्योरा से होता मौरंग चोरी का खेल

शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर बालू माफिया क्षेत्र के पत्योरा से रात के अंधेरे में ट्रैक्टरों के माध्यम से मौरंग चोरी करके आसपास के गांवों तथा कस्बों में पहुंचाने में जुटे हैं। चर्चा है कि...

रात के अंधेरे में पत्योरा से होता मौरंग चोरी का खेल
हिन्दुस्तान टीम,हमीरपुरSat, 24 Jun 2017 10:55 PM
ऐप पर पढ़ें

शासन प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर बालू माफिया क्षेत्र के पत्योरा से रात के अंधेरे में ट्रैक्टरों के माध्यम से मौरंग चोरी करके आसपास के गांवों तथा कस्बों में पहुंचाने में जुटे हैं। चर्चा है कि मौरंग चोरी के खेल में जुड़े लोगों को सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। जिसके चलते पुलिस भी अनजान बनी रहती है। जिले की मौरंग खदानें एक वर्ष से बंद पड़ी है। सीबीआई जांच जारी होने से अभी तक यहां खनन की स्वीकृति नहीं मिली है। सपा शासनकाल में बेतवा, केन नदी की खदानों में अवैध खनन होता रहा है। सत्ता जाने के बाद भाजपा सरकार आते ही खनन का खेल बंद हो गया था। लेकिन सत्ता के करीबी बताकर कुछ छुटभैया नेता इस खेल को जारी रखते हुए रात के अंधेरे में पत्योरा से खनन करके मौरंग को ट्रैक्टर-ट्राली के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही कस्बा में लाकर बेचने का काम शुरू कर दिया है। बताते चले कि मौरंग खदानें बंद हो जाने से मौरंग की कीमत इस समय काफी तेजी से बढ़ी है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पूरा खेल गांव के दो लोग भाजपा नेताओं का करीबी होने का दावा करके करने में जुटे हैं। गांव में पुलिस चौकी होने के कारण गांव के बजाय छोटा कछार के मध्य से खेतों को आने जाने वाले रास्तों से गुजरकर चुपचाप सीधे पत्योरा पंप केनाल के रास्ते लाई जाती है। देवगांव से लेकर कस्बे तक लोकेशन लेने के लिए लोगों को रात में तैनात किया जाता है। अधिकारियों के पत्योरा मार्ग में घुसते ही इसकी सूचना खदान तक पहुंच जाती है। जिससे वह अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही गुम हो जाते हैं। थानाध्यक्ष महेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि वह विगत दिनों एसडीएम सदर के साथ पत्योरा खदान का रात में निरीक्षण कर चुके हैं। उनको खनन करने के सबूत नहीं मिले हैं। इसी तरह पत्योरा चौकी प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि पुलिस की जानकारी में खनन नहीं होता है। अगर कोई चोरी छिपे खनन करा रहा है तो मुखबिरों को लगाकर छापा मारा जाएगा और खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें