हमीरपुर। हिन्दुस्तान संवाद
साथी कर्मचारी की हत्या के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने वाले कलक्ट्रेट कर्मचारियों का तीन दिन का वेतन काटे जाने का आदेश चौबीस घंटे के अंदर ही वापस हो गया। गुरुवार को इस मुद्दे पर उप्र मिनिस्ट्रीयल कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। शुक्रवार को आठ सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल की डीएम से हुई वार्ता के बाद वेतन काटे जाने संबंधी आदेश को वापस लेते हुए 6 मार्च को दिवंगत कर्मचारी के प्रति शोक संवेदना जताने के कार्यक्रम में डीएम के शरीक होने का कर्मचारियों ने स्वागत किया है।
मौदहा तहसील में कार्यरत थाना बिवांर के निवादा गांव निवासी राजस्व कर्मी पंकज तिवारी की 28 फरवरी को गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना से जनपद भर के राजस्व कर्मियों में आक्रोश गहरा गया था। कलक्ट्रेट कर्मचारियों ने तीन दिनों तक हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। वहीं गुरुवार को डीएम का वो आदेश भी मिल गया, जिसमें सभी प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का तीन दिन का वेतन काटे जाने के आदेश दिए गए थे। इस आदेश से कर्मचारियों में फिर से आक्रोश गहरा गया। कर्मचारियों ने बैठक कर इस आदेश की निंदा करते हुए इसे वापस लेने की मांग की थी। साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर आदेश वापस नहीं होता है तो 5 मार्च से धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।
कर्मचारी नेताओं की इस चेतावनी के बाद शुक्रवार को ही वेतन काटे जाने संबंधी डीएम का आदेश वापस हो गया। कलक्ट्रेट मिनिस्ट्रीयल कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जगदीश निगम और मंत्री प्रकाश सौरभ ने संयुक्त रूप से बताया कि आठ सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल की डीएम से वार्ता हुई। जिसमें उन्होंने वेतन काटे जाने संबंधी आदेश वापस ले लिया है।