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उत्पीड़न से आहत प्रधानों का पीएम को ज्ञापन

तमाम तरह की समस्याओं से जूझ रहे जनपद के प्रधानों ने बुधवार को ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले प्रधानमंत्री को संबोधित 6 सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा है। जिसमें मुख्य रूप से पत्योरा की ग्राम प्रधान के...

उत्पीड़न से आहत प्रधानों का पीएम को ज्ञापन
हिन्दुस्तान टीम,हमीरपुरWed, 17 Jul 2019 10:47 PM
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तमाम तरह की समस्याओं से जूझ रहे जनपद के प्रधानों ने बुधवार को ग्राम प्रधान संगठन के बैनर तले प्रधानमंत्री को संबोधित 6 सूत्री मांगों का ज्ञापन भेजा है। जिसमें मुख्य रूप से पत्योरा की ग्राम प्रधान के उत्पीड़न का हवाला देने के साथ ही पशु आश्रय स्थलों की देखरेख में आ रही कठिनाइयों का जिक्र किया गया है।

जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन में प्रधानों ने पशु आश्रय स्थलों का मुद्दा उठाया है। प्रधानों का कहना है कि इन स्थलों में पशुओं की देखरेख करने के लिए मनरेगा से मजदूर रखे जाने की मौखिक बात कही गई है। लेकिन कोई भी मजदूर 182 रुपए प्रतिदिन में इस काम को करने को राजी नहीं है। जिसकी वजह से पशु आश्रय स्थलों के रखरखाव में दिक्कतें आ रही है। शौचालय एवं आवास योजना के लाभार्थियों को सीधे बैंक में खाता धनराशि भेजी जाती है। प्रधानों का कोई रोल नहीं है। फिर भी प्रधानों को निशाना बनाकर फर्जी शिकायतें की जाती है और जांच के नाम पर उत्पीड़न किया जाता है।

प्रधान संघ ने पत्योरा की प्रधान श्रीमती रामप्यारी के उत्पीड़न का भी मुद्दा उठाया है। प्रधानों का कहना है कि पत्योरा गांव केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का पैतृक गांव है। इस गांव के कुछ लोग जो ग्रुप में प्रधान के ऊपर दबाव बनाने की फिराक में रहते है, वो फर्जी शिकायतें करते है। केंद्रीय राज्यमंत्री को भी इन्हीं लोगों ने गुमराह कर रखा है। तमाम बार जांचें भी हो चुकी है, लेकिन प्रधान सभी जांचों में बेदाग साबित हुई है। इसके बाद उक्त लोगों ने प्रधान के परिजनों के ऊपर जानलेवा हमला भी किया। जिसकी रिपोर्ट दर्ज है। इस मामले की निष्पक्ष जांच के साथ ही दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रधान मानसिक रूप से परेशान है और कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है।

आडिट टीमों की कार्यप्रणाली की भी प्रधानों ने कडे़ शब्दों में निंदा की है। प्रधानों का कहना है कि यह टीमें अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम कर रही है। प्रधानों को अपमानित करके उनकी छवि खराब करने पर तुली हुई है। प्रधानों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो 22 जुलाई के बाद से प्रधान सभी तरह के विकास कार्य, पशु आश्रय निर्माण कार्य, भूसा खरीद, वृक्षारोपण, मनरेगा, एमडीएम ठप कर देंगे। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष आनंद अशोक सचान, ममता देवी, विनोद कुमार नरेंद्र कुमार, अरुण सिंह, अवधेश कुमार रामप्यारी, सरोज कुुशवाहा, महेश कुमार, सुनीता, नयन सिंह, बाबूराम, संगीता यादव, कल्ली, निशा सिंह, रवि कुमार वर्मा, अर्चना, सुमन, चंद्रप्रकाश यादव, कमलेश कुमारी आदि मौजूद रहे।

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