हमीरपुर में मुंडेरा-किसवाही मार्ग में निर्माणाधीन रपटे को निजी भूमि बताकर कार्य रोका
Hamirpur News - मुंडेरा-किसवाही मार्ग पर चंद्रावल नदी में रपटा निर्माण शुरू होते ही एक किसान ने अपनी पुश्तैनी जमीन का दावा करते हुए काम रोक दिया। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और राजस्व टीम मौके पर नापजोख कर रही है। विधायक...
मुंडेरा-किसवाही मार्ग पर चंद्रावल नदी में रपटा का निर्माण शुरू होते ही गांव के एक किसान ने पुश्तैनी जमीन पर निर्माण करने का आरोप लगाकर कार्य ठप करा दिया। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की सूचना पर राजस्व टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर नापजोख करने में जुट गई है। दो वर्ष पूर्व घने कोहरे के चलते गर्भवती को अस्पताल लेकर आ रही एंबुलेंस के चंद्रावल नदी में फंस जाने के बाद सदर विधायक डॉ.मनोज कुमार प्रजापति की पहल पर पीडब्ल्यूडी ने मुंडेरा-किसवाही मार्ग के बीच पड़ने वाली चंद्रावल नदी में रपटा का प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा था। शासन की स्वीकृत पर पिछले दिनों सदर विधायक ने निर्माण इकाई ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के साथ भूमि पूजन करके निर्माण को हरी झंडी दी थी।
शनिवार को किसवाही निवासी छत्रपाल यादव ने निर्माण की जगह को अपनी पुश्तैनी जमीन बताकर कार्य ठप करा दिया। इसकी सूचना ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता ने तहसीलदार मौदहा के साथ थानाध्यक्ष सिसोलर को दी। सूचना पाकर लेखपाल प्रदीप राठौर कानूनगो को साथ लेकर गांव पहुंचे और शिकायतकर्ता से वार्ता करके नापजोख शुरू की है।
इस मौके पर सिसोलर थाने के एसआई जयकुमार सिंह व रामलाल यादव, महिला आरक्षी आकांक्षा देवी के अलावा प्रधान अशोक सिंह, पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह, रामदेव पांडे लल्लू यादव, कृष्णदेव पांडेय, चुन्नू पाल, मलखान सिंह, बृजेंद्र सिंह, रामनरेश पाल, लल्लू गौतम, रामबाबू गौतम, कमलेश सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता प्रदीप रस्तोगी ने बताया कि ग्रामीणों की सहमति पर कार्य शुरू कराया गया था, लेकिन एक किसान ने अपनी निजी भूमि होने का दावा किया है। इसकी नापजोख कराई जा रही है। ग्रामीणों ने कहा हैं कि अगर किसान की जमीन निकलती है तो ग्रामीण आपस में चंदा करके उसके नुकसान की भरपाई कर देंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।