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नाले में कब्जा, शटरिंग लगाकर लिंटर भी डाला

प्रशासन एक ओर नगर की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटवाने के लिए ढोल पीट रहा है तो वहीं लोग प्रशासन की मिलीभगत से नगर की कीमती भूमि, तालाब व नालों के ऊपर छत डाल कब्जा करने पर तुले हुए हैं। प्रशासन सब जानते...

नाले में कब्जा, शटरिंग लगाकर लिंटर भी डाला
हिन्दुस्तान टीम,हमीरपुरThu, 23 Jan 2020 11:48 PM
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प्रशासन एक ओर नगर की सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटवाने के लिए ढोल पीट रहा है तो वहीं लोग प्रशासन की मिलीभगत से नगर की कीमती भूमि, तालाब व नालों के ऊपर छत डाल कब्जा करने पर तुले हुए हैं। प्रशासन सब जानते हुए भी मौन साधे है।

वर्तमान समय में एक बडे़ व्यापारी द्वारा बंश नाले के ऊपर पक्की छत डलवा कब्जा किया जा रहा है। उक्त दबंग व्यापारी ने प्रशासन की मिलीभगत से उक्त नाले पर पक्का व स्थाई निर्माण करवा अवैध रूप से कब्जा कर रखा है। जिससे आने वाले बरसात के समय में पानी की निकासी न हो पाने से कई मोहल्ले के घरों में पानी घुसने की संभावना बढ़ गई। पिछले वर्ष नगर पालिका द्वारा अतिक्रमण अभियान चलाया गया तो बडे़ चौराहे से लेकर बंश नाले तक मार्ग के दोनों ओर प्रशासन ने टीन-टप्पर व अतिक्रमण ढहा दिया, लेकिन उक्त दबंग व्यापारी के पास पहुंचते ही प्रशासन ने उसके सामने नतमस्तक होकर अपने अतिक्रमण हटाओ अभियान की इतिश्री कर दी। इसमें प्रशासन की अच्छी खासी किरकिरी भी हुई थी।

स्थानीय दबंगों द्वारा रेलवे व डाकघर की जमीन पर वर्षों से कब्जा कर बाकायदा खेती की जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण स्टेशन रोड पर स्थित डाकघर की जमीन व रेलवे ट्रैक के आसपास लहलहाती फसलें हैं। गढ़ाना तालाब इस समय अतिक्रमण के चपेट में है। इसके किनारे पर काबिज व्यापारियों में तालाब पर पिलर खडे़ करवा कब्जा करने की होड़ मची है। दो दशक पूर्व इन दुकानों की लंबाई आठ से दस फीट हुआ करती थी, लेकिन प्रशासन की रहमोकरम से आज यह दुकानें चालीस से पचास फीट तक बन गई है। जिससे गढ़ाना तालाब के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। इलाही तालाब की भूमि पर मिट्टी व कूड़ा डलवा यहां काबिज लोग साल दर साल अपने मकानों की लंबाई बढ़ाने में लगे हुए है।

उधर, एसडीएम अजीत परेश का कहना है कि तालाब में कब्जे का मामला अभी तक उनके संज्ञान में नहीं था, अब मामला प्रकाश में आया है। इसकी जांच कराई जाएगी। कब्जा किसी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। इसके अलावा भी जहां कहीं भी सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे हैं, उन्हें भी मुक्त कराया जाएगा।

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