27 सालों से फरार सजायाफ्ता वारंटी गिरफ्तार
1988 में गांव की महिला की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद जमानत पर छूटा हत्यारोपी फरार हो...
1988 में गांव की महिला की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद जमानत पर छूटा हत्यारोपी फरार हो गया।
27 सालों तक पुलिस की आंख में धूल झोंकने वाला आरोपी आज जलालपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। फरारी हालत में इसने साधू का वेश धारण कर लिया था ताकि कोई इसे पहचान न सके।
मामला थाना जलालपुर के बिलगांव गांव का है। गांव की रहने वाली श्रीमती प्रकाशरानी पत्नी रामदयाल तिवारी की 1 फरवरी 1988 को हत्या कर दी गई थी। मृतका के पति ने थाने में गांव के ही बद्री और इसके साथी रामकुमार लोधी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। स्थानीय कोर्ट ने 1990 में दोनों आरोपियों को दोष साबित होने पर उम्रकैद की सजा सुनाई थी। एक साल जेल में काटने के बाद बद्री की 1991 में जमानत हो गई थी। जमानत पर छूटने के बाद बद्री फिर कभी भी कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ। लगातार इसके खिलाफ वारंट जारी होते रहे। पुलिस भी इसे तलाश करती घूमती रही, लेकिन बद्री हमेशा पुलिस की नजरों से बचा रहा।
27 सालों से पुलिस से बचता घूम रहा बद्री रविवार को जलालपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बद्री की गिरफ्तारी गांव के बाहर मंदिर के पास से हुई। इतने लंबे समय से पुलिस से बचते घूूम रहे बद्री ने अपनी पहचान छिपाने की गरज से साधू का वेश धारण कर लिया था। 27 सालों से फरार सजायाफ्ता वारंटी की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है। इससे पूर्व सुमेरपुर पुलिस ने इंगोहटा गांव निवासी एक फरार वारंटी को 28 सालों बाद गिरफ्तार किया था।