पेयजल को लेकर धरना-प्रदर्शन हुए तो अफसरों पर होगी कार्रवाई
गर्मी के मद्देनजर पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से डीएम की अध्यक्षता में डॉ.कलाम सभागार में बैठक हुई। बैठक में डीएम ने कहा कि सभी नगरीय निकायों में जल संस्थान व नगर पालिका...
गर्मी के मद्देनजर पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से डीएम की अध्यक्षता में डॉ.कलाम सभागार में बैठक हुई। बैठक में डीएम ने कहा कि सभी नगरीय निकायों में जल संस्थान व नगर पालिका द्वारा आपसी सामंजस्य स्थापित कर पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि नगरीय अथवा ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे हैंडपंपों को जो रिबोर योग्य हैं अथवा उसमे कोई तकनीकी समस्या है,को दूर कर कमियों को संबंधित हैंडपंपों को शीघ्र सही किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद की सभी पाइप पेयजल योजनाओं को भी पूर्ण क्षमता पर क्रियान्वित की जाए पेयजल कंट्रोल रूम में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, वह अनिवार्य रूप से अपने समय में उपस्थित रहे। डीएम ने कहा कि पेयजल के संबंध में क्रास चेकिंग की जाए। पेयजल में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तथा धरना-प्रदर्शन आदि होने पर संबंधित अधिशासी अधिकारी, बीडीओ, जल संस्थान, जल निगम पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी बीडीओ व एसडीएम द्वारा अपने क्षेत्र के शत-प्रतिशत तालाबों को भरवाया जाए। आरोग्य सेवा एप को इंस्टॉल कराने के लिए प्रभावी प्रचार-प्रसार किया जाए। इसका सभी अधिकारी कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य रूप से इंस्टॉल कर प्रयोग किया जाए। लॉकडाउन के दृष्टिगत बैंकों में कहीं पर भी भीड़ ना हो तथा जरूरतमंद लोगों तक पैसों की उपलब्धता आपूर्ति आसानी से सुनिश्चित हो इसके लिए संबंधित क्षेत्र के डाकिया से संपर्क किया जाए। डाकिए द्वारा माइक्रो एटीएम के माध्यम से घर पर ही रु 100 से 10000 तक की धनराशि को उपलब्ध कराया जाएगा। जनपद में कहीं भी पराली जलाने की एक भी घटना घटित नहीं होनी चाहिए ऐसी किसी सूचना पर तत्काल कड़ी कार्यवाही करते हुए भारी जुर्माना लगाया जाए।