ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरगोरखनाथ मंदिर सहित शहर के आठ फीडरों पर लाइन लॉस जीरो

गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के आठ फीडरों पर लाइन लॉस जीरो

बिजली हानि रोकने के प्रदेश सरकार के अभियान का रंग दिखने लगा है। अच्छीबात यह है कि सिर्फ दूसरे फीडरों पर लाइन लास रोकने का प्रयास नहीं हो रहा,बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मन्दिर फीडर पर लाइन...

गोरखनाथ मंदिर सहित शहर के आठ फीडरों पर लाइन लॉस जीरो
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरSun, 09 Dec 2018 04:49 PM
ऐप पर पढ़ें

बिजली हानि रोकने के प्रदेश सरकार के अभियान का रंग दिखने लगा है। अच्छीबात यह है कि सिर्फ दूसरे फीडरों पर लाइन लास रोकने का प्रयास नहीं हो रहा,बल्कि सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मन्दिर फीडर पर लाइन लास शून्य हो गया है। अब दूसरे फीडरों को इसी को आर्दश मानते हुए लास शून्य या मानक के मुताबिक करनी होगी। गोरखनाथ मन्दिर फीडर के पिछे चलते हुए शहर के आठ और फीडरों पर लाइन लास जीरों हो गया है। शहर के नार्मल उपकेन्द्र का जगरनाथपुर फीडर अफसरों का सिरदर्द बना हुआ है। जहां सर्वाधिक लाइन लास दर्ज की जा रही है।

केन्द्र सरकार की पहल पर पावर कारपोरेशन उदय योजना के तहत बिजली लाइन हानि को नियंत्रित करने व बिजली चोरी रोकने के लिए अभियान चला रहा है। विभिन्न योजनाओं के तहत सिस्टम सुधार की प्रक्रिया चल रही है। इसीक्रम में लम्बे फीडरों को छोटा करने का असर अब दिख रहा है। सिस्टम सुधार की योजनाओं के लागू होने से पहले महानगर में औसत लाइन लास 40 फीसदी था। आईपीडीएस योजना के तहत सिस्टम सुधार काम होने के बाद लाइनलास पर प्रभावी अंकुश लगा है। इण्डस्ट्रियल इस्टेट उपकेन्द्र के रसूलपुर फीडर को छोटा करके दो भागों में बांटा गया।

इसमें से एक गोरखनाथ फीडर व दूसरा रसूलपुर के नाम से फीडर जुलाई-17 में बना। उसवक्त रसूलपुर फीडर पर लाइन लास करीब 38 फीसदी था। फीडर बंटने के बाद लाइन लास का आंकड़ा धीरे-धीरे कम होकर शून्य हो गया। गोरखनाथ मन्दिर फीडर पर लाइन लास शून्य होने के साथ ही साथ मेडिकल कालेज के चरगांवा फीडर, मोहद्दीपुर फीडर- सेकेण्ड, राप्तीनगर फेज-थ्री फीडर, राप्तीनगर फेज-एक फीडर, गांधार फीडर, ग्रीनवैली, जीडीए ईस्ट, व दाउदपुर फीडर पर भी लाइनलास का आंकड़ा शून्य हो गया है।

दर्जनभर फीडरों पर लाइन लास बढ़ने पर कारपोरेशन ने जताई नाराजगी

महानगर के सात फीडरों पर लाइन लास शून्य होने के साथ ही दर्जनों फीडरों पर लाइन लास के बढ़ते आकड़े पर कारपोरेशन ने कड़ी नाराजगी जताई है। कारपोरेशन ने सर्वाधिक लाइन लास वाले उपकेन्द्रों की रैकिंग कर इसमें सुधार करने के लिए मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर फीडर मैनेजरों की जिम्मेदारी तय करने का निर्देश दिया है। कारपोरेशन के पत्र के मुताबिक नार्मल उपकेन्द्र लाइन लास के आकड़े में टाप पर है। इसके जगरनाथपुर फीडर पर 70 फीसदी से अधिक लाइन लास है। इतना ही नहीं इस फीडर पर एटीसी लाइन लास भी 79 फीसदी है।

इन फीडरों पर अभियान का असर

उपकेन्द्र फीडर लाइन लास

इण्डस्ट्रियल उपकेन्द्र गोरखनाथ मन्दिर शून्य

मेडिकल उपकेन्द्र चरगांवा शून्य

राप्तीनगर उपकेन्द्र राप्तीनगर फेज-3 शून्य

राप्तीनगर उपकेन्द्र राप्तीनगर फेज-एक शून्य

सहारा उपकेन्द्र गंधार शून्य

तारामण्डल उपकेन्द्र ग्रीन वैली शून्य

तारामण्डल उपकेन्द्र दाउदपुर शून्य

मोहद्दीपुर उपकेन्द्र मोहद्दीपुर सेकेण्ड शून्य

सर्वाधिक लाइन लास वाले फीडर

उपकेन्द्र फीडर लाइन लास

नार्मल उपकेन्द्र जगरनाथपुर 71 फीसदी

विकाश नगर उपकेन्द्र बुद्वा 69 फीसदी

विश्वविद्यालय उपकेन्द्र सिनेमा रोड 70 फीसदी

मेडिकल उपकेन्द्र सेमरा फीडर 50 फीसदी

मोहद्दीपुर उपकेन्द्र उपकेन्द्र फीडर 69 फीसदी

सूरजकुण्ड उपकेन्द्र तिवारीपुर फीडर 70 फीसदी

टाउनहाल उपकेन्द्र साई मन्दिर फीडर 59 फीसदी

बक्शीपुर उपकेन्द्र नसीराबाद फीडर 55 फीसदी

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें