गुरुकुल को प्राचीन वैभव की प्राप्ति की ओर ले जा रही नई सुविधाएं: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गुरुकुल विद्यालय में नई कक्षाओं और स्मार्ट क्लास का उद्घाटन किया। उन्होंने शिक्षा में असमानता को खत्म करने और छात्रों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने की...
गोरखपुर, निज संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ क्षेत्र स्थित गुरुकुल विद्यालय में नई कक्षाओं और सभागार के लोकार्पण के दौरान कहा कि समय के साथ चलना अत्यंत आवश्यक है। अगर समय के साथ कदम नहीं मिलाए गए, तो पीछे छूटने की संभावना रहती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुकुल विद्यालयों की यही स्थिति रही है, 1935 में स्थापना के बाद धीरे धीरे संसाधनों की कमी के कारण छात्रों की संख्या में कमी आई है। लेकिन गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने सीएसआर निधि का उपयोग करते हुए1.5 करोड़ की लागत से यहां स्मार्ट क्लास और फर्नीचर जैसी आधुनिक सुविधाओं की शुरुआत की है, जो छात्रों के भविष्य को संवारने में सहायक होंगी। योगी आदित्यनाथ ने गुरुकुल विद्यालय में स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी जैसे सुविधाओं के उद्घाटन को एक सकारात्मक कदम बताया और कहा कि इससे विद्यालय अपने प्राचीन वैभव को फिर से प्राप्त कर सकेगा
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पुराने विद्यालयों, विशेषकर संस्कृत विद्यालयों के पुनरुद्धार के लिए सरकार की योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जहां छात्रों की संख्या अच्छी है, उन विद्यालयों के लिए सरकार द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसके साथ ही सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के भवनों को सुधारने का भी प्रयास हो रहा है, ताकि छात्रों को जर्जर भवनों में पढ़ने की मजबूरी न हो। गुरुकुल में हवन पद्धति की परंपरा की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विद्यालयों में हवन और अध्यात्म का समावेश होता था, तब शिक्षा का स्तर और बेहतर होता था। उन्होंने कहा कि अध्यात्मिकता के माध्यम से समाज को अराजकता से मुक्ति मिल सकती है। मुख्यमंत्री ने गुरुकुल के 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर इसे गोरखपुर का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय ऐसा बने, जहां कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और उसे कौशल विकास की सुविधाएं भी मिलें।
असमानता का असर पूरे देश पर पड़ता है
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अगर किसी समाज में आर्थिक या सामाजिक असमानता होती है, तो इसका असर पूरे देश पर पड़ता है। विषमता लोगों को संकीर्णता में घेर देती है और समाज के एक बड़े हिस्से को शिक्षा और सुविधाओं से वंचित कर देती है, उन्होंने कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में असमानताओं को खत्म करने का प्रयास होना चाहिए। इसीलिए बच्चों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा गुरुकुल विद्यालय में इन सुविधाओं को स्थापित करने पर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर की और गुरुकुल सोसायटी का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी दोहराया कि सरकार हर बच्चे को उच्चतम शिक्षा और हर नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
एनईपी से बच्चों को आधुनिक प्रणाली उपलब्ध हो रही है
मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए नेतृत्व और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि एनईपी के तहत अब बच्चों को बेसिक शिक्षा से लेकर उच्च और तकनीकी शिक्षा तक की आधुनिक प्रणाली उपलब्ध हो रही है। यह नीति बच्चों को न केवल आधुनिक पाठ्यक्रमों से जोड़ती है, बल्कि उन्हें व्यावसायिक शिक्षा की भी सुविधा देती है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य और केंद्र सरकार के प्रयासों पर भी मुख्यमंत्री ने बात की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के लगभग 10 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत हर साल 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। "7 साल पहले यह कार्य कठिन था, लेकिन अब स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े स्तर पर सुधार हो रहा है,"
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