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विश्व अल्जाइमर दिवस आज: शराब और तनाव से बढ़ रही है भूलने की बीमारी

अगर आप समय , तारीख, स्थान या व्यक्तियों के नाम को याद नहीं रख पा रहे हैं तो हो जाईए सावधान। यह लक्षण अल्जाइमर के हैं। यह भूलने की बीमारी है। इसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही...

विश्व अल्जाइमर दिवस आज: शराब और तनाव से बढ़ रही है भूलने की बीमारी
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरFri, 21 Sep 2018 01:11 PM
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अगर आप समय , तारीख, स्थान या व्यक्तियों के नाम को याद नहीं रख पा रहे हैं तो हो जाईए सावधान। यह लक्षण अल्जाइमर के हैं। यह भूलने की बीमारी है। इसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

सामन्यत: यह बीमारी 60 वर्ष के बाद होती है लेकिन अब 45 से लेकर 50 वर्ष की आयु वाले लोग भी इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। बीआरडी के मानसिक रोग विभाग में अल्जाइमर मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। मनो चिकित्सक डॉ. अभिनव श्रीवास्तव के मुताबिक ओपीडी में रोजाना करीब 15 फीसदी मरीज इस बीमारी के शिकार आ रहे हैं। जिसमें बड़ी संख्या में युवा हैं। शराब के सेवन, हाइपर टेंशन और डायबिटीज के मरीजों में अल्जाइमर होने का खतरा ज्यादा रहता है।

एसिरॉल कोलीन रसायन की कमी से होती है बीमारी

इस बीमारी में दिमाग के कुछ खास हिस्सों में एसिरॉल कोलीन नाम के रसायन का स्राव कम हो जाता है। यह बीमारी अनुवांशिक भी होती है। मंद बुद्धि लोगों को तो 40 साल की अवस्था में ही यह बीमारी अपने चपेट में ले सकती है। हालांकि आज भी अल्जाइमर के मूल कारण की जानकारी आज तक नहीं हो सकी है।

लक्षण

बीआरडी के मानसिक रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. तपस कुमार आईच ने बताया कि यह एक मानसिक रोग है। इसमें यादाश्त धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। पहले चरण में मरीज समय, तारीख, स्थान के साथ हिसाब-किताब भूल जाता है। सही निर्णय नहीं ले पाता। भ्रम के कारण रास्ता भटक जाता है। दूसरे चरण में भोजन करने, भूलने यहां तक की हाथ-पैर चलाने में कठिनाई होती है। तीसरे चरण में मरीज पूरी तरह से हिलना-डुलना कम कर देता है। वह बिस्तर पर आ जाता है।

होम्योपैथी में भी इलाज

होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. कुमार अभिषेक ने बताया कि अल्जाइमर से बचाव के लिए व्यक्ति को ढलती उम्र के साथ ही दिमागी कसरत को बढ़ा देना चाहिए। उसे सामाजिक गतिविधियों में शिरकत करना चाहिए। इसके अलावा घर पर बच्चों के साथ लूडो, कैरम या चेस भी खेलना चाहिए।

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