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PHOTO सीएम योगी आदित्यनाथ को फरियाद सुनाते फफक पड़ी महिलाएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आईं फरियादी महिलाएं अपनी फरियाद सुनाते फफक पड़ीं। लेकिन वे आश्वस्त थीं कि उनकी पीड़ा मुख्यमंत्री तक सीधे पहुंच गई है तो सुनवाई...

PHOTO सीएम योगी आदित्यनाथ को फरियाद सुनाते फफक पड़ी महिलाएं
मुख्य संवाददाता राजीव दत्त पाण्डेय,गोरखपुरSun, 14 May 2017 01:15 AM
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आईं फरियादी महिलाएं अपनी फरियाद सुनाते फफक पड़ीं। लेकिन वे आश्वस्त थीं कि उनकी पीड़ा मुख्यमंत्री तक सीधे पहुंच गई है तो सुनवाई जरूर होगी। मुख्यमंत्री ने 175 मिनट में 800 से ज्यादा फरियादियों की पीड़ा खडे़-खड़े सुनी।

सीएम के जनता दरबार का कार्यक्रम तय नहीं था लेकिन पुलिस प्रशासन ने पिछले दौरे से सबक लेते हुए तैयारियां कर रखी थी। फरियादियों की भीड़ सुबह 5 बजे ही कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरने के पश्चात मंदिर परिसर में जमा होने लगी थी। 9 बजे तक 800 के करीब फरियादी तालाब के निकट स्थित समाधि के साथ लगाए गए बैरिकेट पर एकत्र हो चुके थे। योगी आदित्यनाथ के कार्यालय में भी 200 के करीब लोग मुलाकात के लिए पहले ही प्रवेश कर चुके थे। 

योगी को पीड़ा सुनाने के लिए फरियादियों ने लगाया जयकार
योगी आदित्यनाथ 9:15 बजे कार्यालय में आए, जहां उन्होंने परम्परागत रूप से र्सी पर एक मिनट तक शांत बैठने के बाद 11:30 बजे तक खड़े-खड़े लोगों की फरियाद सुनी। उधर समाधि के बाद प्रतीक्षारत फरियादियों ने जयकारा लगाकर योगी आदित्यनाथ महराज का ध्यान आकर्षित किया। गोरखनाथ क्षेत्राधिकारी चारू निगम ने कार्यालय में मौजूद फरियादियों की मुलाकात के बाद समाधि के पास बने बैरिकेट पर प्रतीक्षारत महिला फरियादियों को जूते-चप्पल उतरवाने के बाद अंदर ले जाना शुरू किया। पुरुष फरियादी भी योगी आदित्यनाथ से मिले। जनता दरबार खत्म होने के बाद भी 50 के करीब आए फरियादी मिलने से वंचित रह गए लेकिन उनकी फरीयाद ले ली गई। योगी आदित्यनाथ से सभी को आश्वस्त किया कि उनकी फरियादी पर सुनवाई होगी। 

175 मिनट के जनता दरबार में योगी आदित्यनाथ ने सुनी 800 फरियादे
9.15 बजे शुरू हुआ जनता दरबार 11.30 बजे तक चला
फरियाद सुनते पूरा वक्त खड़े रहे योगी 

बिलख रही पूनम को सीएम ने बंधाया ढांढस, मिलेगी आर्थिक सहायता
रायपुर पीपीगंज से अपने ससुर श्याम सुंदर तिवारी, दो छोटे बच्चों और परिवार के साथ आई  35 वर्षीय पूनम तिवारी सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने वाली पहली फरियादी थी। 10 मई को बिजली निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही से संविदा कर्मचारी के रूप में कार्यरत उनके पति विनोद तिवारी की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। मामले में नामजद अधिकारियों पर कार्यवाही और बच्चों के भविष्य के लिए नौकरी की मांग करते समय उनके सब्र का बांध टूट पड़ा।  सीएम ने उपायुक्त को तत्काल मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता, विभाग से मिलने वाली आर्थिक मदद दिलाने के साथ आरोपियों पर कार्रवाई के आदेश दिए। नौकरी के बारे में आश्वासन दिया कि इस पर विचार होगा। 

 

मेरी मां को कैंसर है, मेरी फीस माफ कीजिए
सिद्धार्थनगर जिले के परसा शाहआलम गांव से आई वर्तिका पुत्री सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने गुहार लगाई कि उसके पिता बीमार हैं। रूंधे गले से बताया कि मां कैंसर से पीड़ित हैं, बड़ी मुश्किल से उसका उपचार हो पाता है। वर्तिका ने सेण्ट एण्ड्र्यूज कालेज में बीएड् प्रथम वर्ष का परीक्षा शुल्क और बीएड् दूसरे वर्ष का सम्पूर्ण शुल्क माफ करने की मांग की। मुलाकात के बाद प्रसन्न दिख रही वर्तिका ने कहा कि उसकी मांग पर योगी जी ने आश्वासन दिया है।

 

धोखे से बैनामा करा लिया 40 लाख का मकान
हाथ में लाठी और आंखों में आंसू लिए 75 वर्षीय रामराजी पत्नी स्वर्गीय तीरथ निवासी सूबा बाजार, सीएम योगी आदित्यनाथ मिली। बताया कि वह बेटी की शादी एवं खुद के इलाज के लिए अपना 129.9 वर्ग मीटर का महादेव झरखण्डी विशुनपुरवा में निर्मित 8 कमरे का पक्का मकान बेचने के लिए अपने रिश्तेदार नागेन्द्र यादव से बात की। 40 लाख रुपये में सौदा तय हुआ लेकिन धोखे से 22 अगस्त 2016 को रजिस्ट्री कार्यालय में रुपये दिए बिना ही रिश्तेदार ने अंगूठा लगवा लिया। उनका गला भर गया था, योगी आदित्यनाथ ने संबंधित थाने को तत्काल एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए।

 

देवरों ने हड़प ली पैतृक सम्पत्ति
महेसरा, नेबुआ नौरंगिया, कुशीनर से आई आशा मिश्रा पत्नी सुरेंद्र मिश्र की आंखों से बहते आंसू थम ही नहीं रहे थे। उन्होंने योगी आदित्यनाथ को बताया कि उनके ससुर की दो शादियां थी, दूसरी शादी से चार बेटे हैं। उन्होंने मारपीट कर 8 फरवरी 2015 को मकान पर न केवल कब्जा कर लिया बल्कि पैतृक संपंत्ति भी हड़प ली। 25 दिसंबर 2016 को पुलिस की मौजूदी में ताला तोड़ा गया तो 40 हजार नकद, सामान और सोने-चांदी के जेवरात चोरी कर चुके थे। कई बार थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। योगी आदित्यनाथ ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।


 
एसडीएम के आदेश की सुनवाई नहीं
भभौली रुद्रपुर देवरिया से आई मीना कुमारी पुत्री स्वर्गीय शिवदत्त ने गुहार लगाई कि दस वर्षों से उनका परिवार कोलकाता रहता है। जमीन पर नींव बना कर काबिज थी लेकिन कई लोगों ने मिल कर जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है। एसडीएम ने 26 अप्रैल 2017 को आदेश दिया लेकिन जिला प्रशासन कब्जा दिलाने में कोई रूचि नहीं ले रहा। आदेश की प्रति लेकर कई बार थाने और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय गई लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उचित कार्यवाही का आदेश दिया।

मेरे पति को लौटा दिजिए मुख्यमंत्री जी
मऊ जिला घोषी गांव धर्मपुर निवासी किरण पाण्डेय की आंख से झरते आंसू थम ही नहीं रहे थे। बैंक मित्र के रूप में काम करने वाले उनके पति 7 मई की शाम सब्जी लेने निकले लेकिन घर नहीं लौटे। अपने मित्र के मोबाइल पर फोन कर उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें किसी अज्ञात जगह बांध रखा है। उसी दिन थाने में शिकायत की लेकिन पति का पुलिस कुछ पता नहीं लगा सकी। दो छोटे बच्चों की मां किरण सुबह 5 बजे ही सीएम के आने की खबर पाकर आ गई थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि योगी जी उनकी पीड़ा समझेंगे।

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