वन विभाग की जमीन में बसा महराजगंज का यह पूरा गांव ही उजड़ जाएगा
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के सटे बसा पूरा कलनही गांव ही अतिक्रमण की जद में आ गया है। ऐसे में वन विभाग ने ग्रामीणों को गांव खाली करने का नोटिस भेजा है। इसके बाद से ही पूरे ग्रामीण सकते में हैं। उन्हें...
सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग के सटे बसा पूरा कलनही गांव ही अतिक्रमण की जद में आ गया है। ऐसे में वन विभाग ने ग्रामीणों को गांव खाली करने का नोटिस भेजा है। इसके बाद से ही पूरे ग्रामीण सकते में हैं। उन्हें कुछ भी सूझ नहीं रहा। विश्वास ही नहीं हो रहा कि पुरखे जिस जगह पर आबाद हुए वह जमीन अतिक्रमण की है। हालांकि वन विभाग के दस्तावेज के मुताबिक 17.80 हेक्टेयर वन भूमि पर कलनही गांव के 375 से अधिक परिवार मकान बनाने के साथ ही खेती कर रहे हैं। सभी को जमीन खाली करनी होगी।
837 लोगों के कब्जे में वन की 285 हेक्टेयर भूमि
वन विभाग के मुताबिक 428 वर्गकिमी में फैली सोहगीबरवा वन्य जीव प्रभाग की 285.27 हेक्टेयर भूमि पर 837 लोग कब्जा जमाए बैठे हैं। इन सभी को चिह्नित कर लिया गया है। इसमें से 220.72 हेक्टेयर भूमि का मामला कोर्ट में लंबित है। फैसला आने के बाद उसे वन विभाग मुक्त कराएगा। 66.05 हेक्टेयर भूमि पर कोई विवाद नहीं है। ऐसे में उसे अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान शुरू किया गया है।
महराजगंज की वन भूमि पर कुशीनगर ने भी जमाया कब्जा
वन विभाग की 6.96 हेक्टेयर भूमि पर कुशीनगर की खड्डा तहसील के बुढ़वा गांव के लोगों ने भी कब्जा जमाया है। उन्हें भी जमीन खाली करने के लिए नोटिस भेजा गया है।
वन विभाग की भूमि से कब्जा हटाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बेदखली की नोटिस के बाद भी कब्जा नहीं हटा तो प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा। किसी को भी वन भूमि पर अतिक्रमण करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
मनीष सिंह-डीएफओ