कागजों में रह गई पुलिसवालों की सप्ताहिक अवकाश की योजना
काम के अत्यधिक दबाव से गुजर रहे पुलिसकर्मियों में एक बार फिर वीकली ऑफ की मांग उठी है। थाना स्तर पर चल रहे पुलिस सम्मेलन में अफसर उन्हें अवकाश देने का भरोसा दे रहे हैं। सवाल यह है कि क्या इस बार इसे...
काम के अत्यधिक दबाव से गुजर रहे पुलिसकर्मियों में एक बार फिर वीकली ऑफ की मांग उठी है। थाना स्तर पर चल रहे पुलिस सम्मेलन में अफसर उन्हें अवकाश देने का भरोसा दे रहे हैं। सवाल यह है कि क्या इस बार इसे लागू किया जा सकता है? पूर्व डीजीपी द्वारा अवकाश को लेकर दिया गया आदेश अभी कागजों में ही है। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने 10 दिनों की ड्यूटी के बाद एक दिन की छुट्टी देना का निर्देश दिया था। इसका रोस्टर भी बनाया गया था पर इसे लागू नहीं किया जा सका।
हाल के कुछ महीनों में यूपी पुलिस में खुदकुशी की घटनाएं काफी बढ़ गई है। खुदकुशी के ज्यादातर घटनाओं की वजह पारिवारिक कलह सामने आई है। पारिवारिक कलह की शुरुआत छुट्टी न मिलने को लेकर ही होती है। पुलिसवालों में खुदकुशी की घटनाओं को देखते हुए अफसर अब उनके तनाव को कम करने के दिशा में काम करना शुरू कर दिए हैं। इसी के तहत गोरखपुर में थाने स्तर पर पुलिस सम्मेलन भी कराया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक थाना स्तर के सम्मेलन में छुट्टी का मुद्दा सबसे ज्यादा सामने आ रहा है। पुलिस कर्मियों की इस मांग को देखते हुए अफसरों को यह कहना पड़ रहा है कि छुट्टी के लिए उन्हें कोई परेशानी नहीं आएगी।
दो दरोगाओं ने की खुदकुशी एक ने दिया इस्तीफा
शाहपुर थाने में तैनात दरोगा शिव कुमार छुट्टी पर अपने घर गया और खुदकुशी कर ली। वजह गृहकलह सामने आई। वहीं इसी थाने के एक दरोगा ने इस्तीफा की पेशकश कर दी। उसे पांच दिन की छुट्टी पर घर भेजा गया। इसके अलावा सिद्धार्थनगर जिले में तैनात एक दरोगा ने तारामंडल क्षेत्र स्थित अपने घर पर सर्विस गन से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। इसके अलावा भी प्रदेश में कई घटनाएं सामने आई।
सप्ताहिक अवकाश पर भी हो सकता है विचार
पुलिस सूत्रों का कहना है फोर्स की कमी के चलते सप्ताह में अवकाश की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी लेकिन आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर पुलिस अफसरों पर काफी दबाव है। लिहाजा एक बार फिर विचार किया जा रहा है।
दो पूर्व डीजीपी ने लागू करने का दिया था निर्देश
अखिलेश सरकार में पूर्व डीजीपी जावीद अहमद और उसके बाद बीजेपी सरकार में पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान वीकली ऑफ लागू कराने पर काफी जोर दिया था। सुलखान सिंह के समय तो गोरखपुर में दस दिन पर एक दिन अवकाश देने का रोस्टर भी तैयार हो गया था। लेकिन तब यह लागू नहीं हो पाया था।