ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश गोरखपुरनाले में तब्‍दील हुईं सड़कें, घर से निकलना हुआ मुश्किल

नाले में तब्‍दील हुईं सड़कें, घर से निकलना हुआ मुश्किल

धर्मशाला बाजार वार्ड में महापौर डॉ.सत्या पाण्डेय का कैंप कार्यालय है। जहां बैठकर उन्होंने पिछले पांच साल में सैकड़ों शिकायतों का निस्तारण किया है। पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी से लेकर चिल्लूपार विधायक...

नाले में तब्‍दील हुईं सड़कें, घर से निकलना हुआ मुश्किल
हिन्दुस्तान टीम,गोरखपुरWed, 26 Jul 2017 12:08 AM
ऐप पर पढ़ें

धर्मशाला बाजार वार्ड में महापौर डॉ.सत्या पाण्डेय का कैंप कार्यालय है। जहां बैठकर उन्होंने पिछले पांच साल में सैकड़ों शिकायतों का निस्तारण किया है। पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी से लेकर चिल्लूपार विधायक विनय शंकर तिवारी का आवास इसी वार्ड में है। बावजूद यहां की गलियां नालियों में तब्दील हो गई हैं। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। सड़क पर पसरी गंदगी महामारी को दावत दे रही है। वार्ड के नक्को शाह बाबा की मजार के ठीक बगल में महापौर डॉ.सत्या पाण्डेय का कैंप कार्यालय है। इसी मोहल्ले के पीछे 200 से आधिक परिवार जलभराव के बीच जिंदगी गुजारने को अभिशप्त हैं। मंगलवार को सपा की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व पार्षद राजकुमारी देवी के आवास पर फर्श बनाने का कार्य हो रहा था। उन्होंने बताया कि हल्की बारिश में ही पानी घर में घुस जाता है। पानी निकासी के लिए छोटा पंप खरीदना पड़ा है। पूर्व पार्षद के आसपास की गलियों में नाली का गंदा पानी पसरा हुआ है। मोहल्ले के बैजू का कहना है कि नालों की सफाई नहीं होने से स्थिति खराब हुई है। हल्की बारिश में ही नालियां ओवरफ्लो होने लगती हैं। वार्ड में लाखों की लागत से बना रैन बसेरा के बाहर लटका ताला इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े करता है। आसपास के लोगों का कहना है कि रैन बसेरा कब खुलता है कब बंद होता है इसकी सूचना सिर्फ पार्षद ही बता सकते हैं। वहीं गुरुद्वारा गली में रहने वाले लोगों की जिंदगी नारकीय बनी हुई है। अवैध कब्जे से आबाद हुए गुजराती टोला के बच्चे नालियों में ही शौच कर देते हैं। स्थानीय निवासी रंजना ने बताया कि बदबू से घर में रहना भी मुश्किल हो गया है। घर बेच कर कहीं और जा भी नहीं सकते हैं। पार्षदी का चुनाव लड़ने वाले वोटबैंक के लिए अवैध कब्जाधारकों को छेड़ना नहीं चाहते हैं। पूरे वार्ड में सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल है। कहने को वार्ड 27 सफाई कर्मचारियों की तैनाती है लेकिन वह कहां सफाई करते हैं स्थानीय नागरिकों को इसकी जानकारी नहीं हो पाती है। पथ प्रकाश के 30 फीसदी से अधिक प्वाइंट पर रोशनी गायब है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें