एसी बोगियों में पानी की किल्लत खत्म, लगे वाटर इंडीकेटर
लम्बी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। अब यात्रियों को कोच में पानी की किल्लत से नहीं जूझना होगा। एसी बोगी के यात्रियों को अब पानी की किल्लत नहीं होगी। गोरखपुर वर्कशॉप ने पांच...
लम्बी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। अब यात्रियों को कोच में पानी की किल्लत से नहीं जूझना होगा। एसी बोगी के यात्रियों को अब पानी की किल्लत नहीं होगी। गोरखपुर वर्कशॉप ने पांच दर्जन से अधिक एसी बोगियों में डिजिटल वाटर इंडीकेटर लगा दिए हैं। मसलन बोगियों में वाटर लेवल कम होते ही वाटर इंडीकेटर पानी कम होने की जानकारी दे देगा जिससे समय रहते रेलकर्मी पानी भर सकेंगे। इससे आगे चलकर पानी की किल्लत नहीं होगी।
बोगियों में यह प्रयोग करने वाला पूर्वोत्तर रेलवे पहना जोन है। प्रयोग के तौर पर फिजहाल एसी बोगियों में इंडीकेटर लगाए गए हैं। प्रयोग सफल होने पर सभी कोच में इस तरह की सुविधा दे दी जाएगी। आए दिन पूर्वोत्तर रेलवे समेत पूरे भारतीय रेल में आए दिन कोच में पानी खत्म हो जाने के बाद हंगामे की घटनाए प्रकाश में आती रहती हैं। पानी खत्म हो जाने से यात्रियों को काफी असुविधा होती है। चूंकि पानी खत्म होने के बाद ही पता चलता है कि पानी नहीं है। ऐसे में उसमें तुरंत रिफलिंग भी संभव नहीं हो पाता है। ऐसे में यह वाटर इंडीकेटर इस समस्या को दूर करने में काफी अहम योगदान अदा करेगा।
प्रमुख स्टेशनों पर चेक होंगे इंडीकेटर
वर्तमान में बोगियों में कोई सिस्टम न होने से वाटर लेवल चेक नहीं हो पाता है। तभी पता चलता है जब पानी पूरी तरह से खत्म हो जाता है। इंडीकेटर लग जाने के बाद रेलवे स्टाफ एक जगह लगे इंडीकेटर को चेक करेंगे। अगर पानी आधा हुआ तो उसमें तुरंत रिफलिंग कर दी जाएगी।
प्रयोग के तौर कुछ एसी बोगियों में डिजिटल वाटर इंडीकेटर लगाए गए हैं। प्रयोग सफल रहा तो अन्य बोगियों में इंडीकेटर लगाए जाएंगे।
संजय यादव, सीपीआरओ