पहली बार ऑनलाइन होगा यूजीसी नेट, प्रो. हिमांशु बने केन्द्र समन्वयक
यूजीसी की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) ऑनलाइन होगी। डीडीयू में यह परीक्षा कराने के लिए इतिहास विभाग के आचार्य प्रोफेसर हिमांशु चतुर्वेदी को सेंटर कोऑर्डिनेटर नामित किया गया है। यह परीक्षा...
यूजीसी की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) ऑनलाइन होगी। डीडीयू में यह परीक्षा कराने के लिए इतिहास विभाग के आचार्य प्रोफेसर हिमांशु चतुर्वेदी को सेंटर कोऑर्डिनेटर नामित किया गया है। यह परीक्षा राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) करा रही है। अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए जा चुके हैं।
कुलपति के निर्देश पर कुलसचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि परीक्षा से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए प्रो. चतुर्वेदी के मोबाइल नंबर एवं दिए मेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है। राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) पहली बार एनटीए द्वारा आयोजित की जा रही है। यह परीक्षा विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सहायक प्रोफेसर या जूनियर रिसर्च फैलो के लिए होती है। एनटीए ने परीक्षा में इस बार बदलाव किया है। पहले, यूजीसी नेट परीक्षा ऑफलाइन होती थी, अब पहली बार यह परीक्षा ऑनलाइन होगी। पाठ्यक्रम पिछले वर्ष के समान ही रहेंगे। एनटीए की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार 18 से 22 दिसंबर तक यूजीसी-नेट का आयोजन किया गया है।
दो पालियों में परीक्षा कराने का है निर्देश
एनटीए ने देश भर में 36 राज्यों के 91 विभिन्न शहरों में परीक्षा केन्द्र बनाया है। गोरखपुर भी उनमें से एक है। परीक्षा दो अलग-अलग पालियों में सुबह 9.30 से दोपहर 1 बजे तथा दोपहर 2 से शाम 5.30 बजे तक होगी। दोनों पाली में अलग-अलग अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे।
परीक्षा में दो पेपर होंगे। दोनों पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे। पहला पेपर एक घंटे का होगा। दोनों पेपर के बीच में आधे घंटे ब्रेक होगा। पहले पेपर में टीचिंग / रिसर्च एप्टीट्यूड, रीजनल एबिलिटी, और जनरल अवेयरनेस से 50 प्रश्न पूछे जायेंगे, जो कुल 100 नंबर के होंगे। दूसरे पेपर में 100 प्रश्न होंगे, जो 200 नंबर के होंगे। इस पेपर के लिए परीक्षा का समय दो घंटे होगा। इस पेपर में अभ्यर्थी अपने चयनित विषय की परीक्षा देंगे। परीक्षा में निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
एक घंटे पहले पहुंचा होगा अभ्यर्थियों को
एनटीए के निर्देशों के मुताबिक अभ्यर्थियों को कम से कम एक घंटा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना होगा। ऑनलाइन परीक्षा पहली बार हो रही है, लिहाजा इसके लिए अभ्यर्थियों को जरूरी निर्देश जारी किए जाएंगे। इस दौरान अभ्यर्थी का ऑनलाइन सत्यापन आदि की प्रक्रियाएं होंगी।
कैंपस में एक साथ परीक्षा कराने के संसाधन नहीं
यूजीसी नेट ऑनलाइन कराने के लिए डीडीयू कैंपस में पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। न तो इनती संख्या में कंप्यूटर उपलब्ध हैं और न ही ऐसे कंप्यूटर लैब, जहां बड़ी सुख्या में परीक्षा कराई जा सके। अब तक यह परीक्षा हस्त लिखित होती थी। लिहाजा ऑनलाइन परीक्षा कैंपस में तभी हो पाएगी, जब पर्याप्त संसाधन मुहैया हों वरना यह परीक्षा बाहर करानी पड़ेगी। केन्द्र समन्वयक प्रो. हिमांशु चतुर्वेदी ने कहा कि पहली बार ऑनलाइन परीक्षा होनी है, इसलिए अलग व्यवस्था करनी पड़ेगी।