गीडा के उत्पादों का आईना बनेगा उद्योग भवन
गोरखनाथ रोड पर चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज ने 33 वर्ष पूर्व उद्योग भवन की नींव रखी थी। तभी गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की स्थापना की कोशिशें शुरू हुईं। 30 नवम्बर 1989 को स्थापित गीडा में वर्तमान...
गोरखनाथ रोड पर चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज ने 33 वर्ष पूर्व उद्योग भवन की नींव रखी थी। तभी गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) की स्थापना की कोशिशें शुरू हुईं। 30 नवम्बर 1989 को स्थापित गीडा में वर्तमान में 500 से अधिक छोटी-बड़ी फैक्ट्रियां हैं। लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ औद्योगिक कॉरिडोर, गीडा के विस्तार को देखते हुए सेक्टर 13 में नए उद्योग भवन का निर्माण हो रहा है।
गीडा में पिपरौली रोड पर सेक्टर 13 में निर्माणाधीन उद्योग भवन को फिनिशिंग टच दिया जा रहा है। आपसी सहयोग के करीब एक करोड़ रुपये से बनकर तैयार भवन में 90 फीसदी से अधिक सामान गीडा की फैक्ट्रियों में ही बने हैं। सिर्फ उन्हीं उत्पादों को बाजार से खरीदा गया है, जो गीडा में नहीं बन रहे हैं। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के उपाध्यक्ष आरएन सिंह का कहना है कि उद्योग भवन के लिए 10 हजार वर्ग फीट जमीन एक दशक पहले तत्कालीन कमिश्नर पीके मोहन्ती ने मुफ्त में मुहैया कराई थी।
सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी : उन्होंने कहा कि उद्योग भवन के हॉल में एक साथ 150 लोग बैठ सकते हैं। कान्फ्रेंस हॉल में 50 लोग बैठ सकेंगे। इंटरनेट, वाईफाई सुविधाओं से लैस भवन में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। उद्योग भवन में चैंबर के कार्यकाल और संघर्ष का अक्स नजर आएगा।
सरिया, पंखा से लेकर टंकी तक गीडा बनीं फैक्ट्रियों की
नवनिर्मित उद्योग भवन उद्यमियों के आपसी सहयोग की मिसाल है। इसमें सरिया, पाइप से लेकर पानी की टंकी तक गीडा की फैक्ट्रियों की है। सरिया गैलेंट का है तो पंखा साहू इंडस्ट्रीज का। वाल पुट्टी विकास अग्रहरि की फैक्ट्री की है तो पाइप शंकर केबल में बनी है। फर्नीचर और लकड़ी का पूरा काम एहसान करीम और आरिफ साबिर की फैक्ट्री से हुआ है। पानी की टंकी उद्यमी ओमबाबू अग्रहरि की फैक्ट्री में बनी है, तो सर्वो स्टेपलाइजर हरिहर सिंह की फैक्ट्री का है। सीमेंट के 7500 ईंट उद्यमी कमलेश सिंह की फैक्ट्री से आई है। खिड़की, लोहे की आलमारी, गेट, ग्रिल सबकुछ गीडा में बना है।
लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ औद्योगिक कॉरिडोर विकसित हो रहा है तो गीडा का भी तेजी से विस्तार हो रहा है। नए उद्योग भवन का लोकार्पण नवम्बर में मुख्यमंत्री करेंगे। नासिक की यात्रा के बाद जनवरी 1987 में स्थापित चैंबर के कार्यों को अब तेजी से विस्तार मिलेगा।
- एसके अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज
नया उद्योग भवन इस बात का आईना है कि गीडा में उच्च कोटि के उत्पादों का निर्माण हो रहा है। सरिया, ईंट, पंखा, पाइप, टंकी से लेकर वह सबकुछ गीडा स्थित फैक्ट्रियों से तैयार है। बमुश्किल 10 फीसदी समान गीडा के बाहर के हैं।
- आरएन सिंह, उपाध्यक्ष, चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज