फार्मा फेयर से दवा व्यापार को मिलेगी गति, पूर्वांचल बनेगा हब
सचित्र दो दिवसीय फार्मा फेयर शुरू गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता पूर्वी यूपी में दो
सचित्र दो दिवसीय फार्मा फेयर शुरू
गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता
पूर्वी यूपी में दो दिवसीय फार्मा फेयर की शुरुआत शुक्रवार को हुई। कार्यक्रम का आयोजन झुंगिया स्थित एक रिजार्ट में किया गया। इसका उद्घाटन महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव ने किया। इस फार्मा फेयर में देश की नामी 60 दवा निर्माता कंपनियां शामिल हुई है। पहले दिन कंपनियों के स्टॉल पर थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरिंग की काफी भीड़ दिखाई दी।
इस दौरान महापौर ने कहा कि पूर्वी यूपी मेडिकल का हब बनाता जा रहा है। एम्स, बीआरडी मेडिकल कालेज के साथ ही गोरखनाथ विवि में 1800 बेड का अस्पताल संचालित होने जा रहा है। गोरखपुर व बस्ती मंडल में छह मेडिकल कालेज संचालित होने जा रहे हैं। यहां पर गोरखपुर, आजमगढ़, बस्ती मंडल के अलावा बिहार व नेपाल से मरीज इलाज करने आते हैं। यह दवाओं की सबसे बड़ी मंडी है। इस प्रकार के फार्मा फेयर आयोजित होने से उत्पादकों को ग्राहक सहजता से मिलेंगे। आम मरीजों को भी सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। नामी कंपनियों से सस्ते दर पर दवा निर्माण हो सकेगा।
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थर्ड पार्टी के लिए करीब 400 फर्मो ने कराया रजिस्ट्रेशन
फार्मा फेयर में पहले दिन से ही दवा व्यापारियों में खासा उत्साह दिखा है। दवा निर्माण के लिए थर्ड पार्टी के लिए करीब 400 फर्मो ने पंजीकरण कराया है। यह फार्मा फेयर शनिवार तक चलेगा। आयोजन के दौरान दवा विक्रेता समिति के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इंडियन फार्मा फेयर के आयोजक बीएस भंडारी ने बताया कि सिर्फ गोरखपुर में करीब तीन हजार से अधिक दवा की मार्केटिंग कंपनियां है। इस फेयर में डब्लूएचओ व जेएमपी सर्टिफाइड कंपनियां शामिल हैं। यहां वहीं कंपनियां आई हैं जो मल्टीनेशनल कंपनियों को दवा आपूर्ति करती है।
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